मुड़ागांव पहुँचे छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, कहाँ विधानसभा में उठेगा मुद्दा,, सुप्रीम कोर्ट..

सम्पादक जर्नलिस्ट अमरदीप चौहान/अमरखबर.कॉम रायगढ़ जिले के तमनार तहसील अंतर्गत ग्राम पंचायत सराईटोला के मूडागांव में जंगल कटाई के विरोध में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ग्रामीणों के साथ एकजुटता दिखाई। इस दौरान हजारों की संख्या में प्रभावित ग्रामीण मौके पर उपस्थित थे। ग्रामीणों ने कंपनी और प्रशासनिक अधिकारियों पर मिलीभगत का आरोप लगाते हुए कहा कि प्रशासनिक दबाव और भय का इस्तेमाल कर ग्रामीणों को बंधक बनाकर पेड़ों की कटाई की गई। ग्रामीणों ने इस अन्याय के खिलाफ अपनी पीड़ा व्यक्त की। भूपेश बघेल ने इसे राज्य सरकार की तानाशाही, किसान-विरोधी, और जल-जंगल-जमीन व आदिवासी विरोधी नीति करार दिया।
मस्तूरी विधायक दिलीप लहरिया, जैजैपुर विधायक दालेश्वर साहू, लैलूंगा विधायक विद्यावती सिदार, खरसिया विधायक उमेश पटेल और धरमजयगढ़ विधायक लालजीत राठिया सहित हजारों कोयला प्रभावित ग्रामीणों ने एकजुट होकर जल, जंगल और जमीन की रक्षा का संकल्प लिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि मूडागांव को दूसरा हसदेव नहीं बनने दिया जाएगा और आदिवासियों के हितों की रक्षा के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा।
ग्रामीणों ने भूपेश बघेल की उपस्थिति में आरोप लगाया कि कंपनी द्वारा 2019 के ग्राम सभा प्रस्ताव का हवाला दिया जा रहा है, जो पूरी तरह फर्जी है। उन्होंने कहा कि उस समय कोविड-19 के कारण लोगों को घर से निकलने की अनुमति तक नहीं थी, ऐसे में ग्राम सभा का आयोजन संदिग्ध है। ग्रामीणों ने मांग की कि ग्राम सभा के आयोजन की वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी जैसे साक्ष्य प्रस्तुत किए जाएं। साथ ही, 15 अगस्त 2025 को नई ग्राम सभा आयोजित कर सच्चाई सामने लाई जाए। ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा सरकार के एक साल के शासन में उद्योगपतियों के हित में जंगलों को साफ किया जा रहा है।
भूपेश बघेल ने भाजपा के आरोपों को हास्यास्पद बताते हुए कहा कि यह सरकार उद्योगपतियों के हितों को छिपाने के लिए कांग्रेस पर झूठे आरोप लगा रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा के शासन में न केवल आदिवासी, बल्कि हर वर्ग प्रभावित है और उनकी नाकामियां स्पष्ट दिख रही हैं। बघेल ने आगामी विधानसभा सत्र में इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाने और भाजपा की विफलताओं को उजागर करने का वादा किया। उन्होंने कहा कि भाजपा का आदिवासी हितैषी होने का दावा मात्र एक मुखौटा है।