सारडा एनर्जी एंड मिनरल्स ने हासिल किया मिलूपारा का गारे-पेलमा 4/5 कोल ब्लॉक

सिंघल इंटरप्राइजेस, जेएसडब्ल्यू, जेएसपीएल, सारडा और इंड सिनर्जी के बीच हुई नीलामी
अमरदीप चौहान/अमरखबर:रायगढ़, 23 नवंबर। कोल ब्लॉकों की नीलामी का दसवां चरण चल रहा है। रायगढ़ के सात कोल ब्लॉकों समेत कुल 67 कोल ब्लॉकों को इसमें रखा गया था। रायगढ़ के केवल एक ही कोल ब्लॉक गारे पेलमा 4/5 के लिए ही कंपनियों ने रुचि दिखाई थी। शुक्रवार को हुई ई-नीलामी में सारडा एनर्जी ने हासिल किया है। केंद्र सरकार ने कोयला खदानों के कमर्शियल यूज आवंटन का द्वार खोल दिया है। खुलकर कोयला खदानों का आवंटन व्यावसायिक उपयोग के लिए हो रहा है। सार्वजनिक उपक्रम जरूर केप्टिव यूज के लिए कोल ब्लॉक ले रहे हैं लेकिन प्राइवेट प्लेयर दोनों तरह का उपयोग करने की सोच रहे हैं। हालांकि पहले राउंड जैसी प्रतिद्वंद्विता दसवें राउंड में नहीं है। अब वे कंपनियां भी प्रतिस्पर्धा में उतर रही हैं, जिन्हें कमर्शियल यूज ज्यादा करना है।
कई कंपनियां ऐसी भी हैं जिनके पास खुद के प्लांट नहीं हैं। 2015 में कोल ब्लॉकों की कमर्शियल नीलामी प्रारंभ करने के बाद से अब तक 161 कोल ब्लॉक नीलामी या सीधे आवंटन के जरिए कंपनियों को दिए जा चुके हैं। नीलामी के दसवें राउंड के लिए नीलामी प्रारंभ हो चुकी है। शुक्रवार को रायगढ़ जिले की गारे पेलमा 4/5 माइंस की नीलामी हुई। इसके लिए सिंघल इंटरप्राइजेस, जेएसडब्ल्यू स्टील, जेएसपीएल, सारडा एनर्जी एंड मिनरल्स और इंड सिनर्जी योग्य पाई गई थी। नीलामी में सारडा एनर्जी ने दूसरी चारों कंपनियों को मात देकर खदान हासिल कर ली है। सारडा एनर्जी ने 25.75 प्रश रेवेन्यू शेयर का रेट डाला। फारवर्ड बिडिंग में कोल ब्लॉक सारडा एनर्जी के खाते में गया। 2015 के पहले यह खदान मोनेट इस्पात का था। पहली नीलामी में हिंडाल्को इंडस्ट्रीज ने इसे प्राप्त किया था। सारडा एनर्जी के पास पहले ही गारे पेलमा 4/7 कोल ब्लॉक है। अब कंपनी की दो माइंस हो गई हैं l
सात में केवल एक ही माइंस के लिए ज्यादा बोली
दसवें राउंड की सूची में कुल 61 माइंस शामिल किए गए हैं। उनमें से 15 छत्तीसगढ़ के हैं। इसके अलावा नौवें राउंड में बचे हुए पांच कोल ब्लॉक और आठवें राउंड के एक कोल ब्लॉक को पुन: रखा गया था। 67 में दस के लिए एक से अधिक कंपनियों ने और सात माइंस के लिए केवल एक कंपनी ने ही बिड डाली है। धरमजयगढ़ के वेस्ट ऑफ बायसी कोल ब्लॉक के लिए केवल एक ही कंपनी ने बिड डाली है। रायगढ़ से गारे पेलमा 4/5, नवागांव ईस्ट, नवागांव वेस्ट, टेरम, वेस्ट ऑफ छाल, वेस्ट ऑफ बायसी और झारपालम टांगरघाट को रखा गया था। गापे 4/5 में अंडरग्राउंड खनन हो रहा था। करीब 85 मिलियन टन कोयला भंडार है। प्रभावित वन भूमि करीब 290 हे. है।