ब्रिटीश इंडियन आर्थोपेडिक सोसाइटी में फेलोशिप के लिए चुने गए डॉ.दुष्यंत चौहान,बढ़ाया जिले का मान

सम्पादक अमरदीप चौहान/अमरखबर.कॉम
रायगढ़। जिले के डॉ. दुष्यंत चौहान ब्रिटीश इंडियन आर्थोपेडिक सोसाइटी में फेलोशिप के लिए चुने गए हैं। ग्राम जामगांव निवासी डॉ. दुष्यंत चौहान जो कि वर्तमान में एम्स रायपुर में आर्थोपेडिक विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर हैं और ज्वाइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी के लिए भी काफी मशहूर हैं। उनके द्वारा की गई ज्वाइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी के सोशल मीडिया में हजारों फॉलोवर्स हैं। बचपन के संघर्ष और पढ़ाई के दौरान मिली चुनौतियां से आगे बढे डॉ. दुष्यंत चौहान ने अपनी प्रतिभा के दम पर जगदलपुर मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस किया था और फिर दिल्ली एम्स से आर्थोपेडिक में एमएस किया था। डॉ. दुष्यंत चौहान रायपुर एम्स में सेवाएं देने से पहले दिल्ली के राम मनोहर लोहिया हास्पिटल समेत दिल्ली के ही कई नामचीन हास्पिटल में अपनी सेवाएं दे चुके हैं। इसके बाद उन्होंने रायपुर मेकाहारा में भी अपनी सेवाएं दी। अब ब्रिटीश इंडियन आर्थोपेडिक सोसाइटी में फेलोशिप के लिए चुने जाने के बाद डॉ. दुष्यंत चौहान ने रायगढ़ जिले के साथ पूरे छग का भी मान बढ़ाया है। दरअसल ब्रिटीश इंडियन आर्थोपेडिक सोसाइटी भारतीय मूल के ब्रिटिश ऑर्थोपेडिक सर्जन का एक संगठन है। यह संगठन ऑर्थोपेडिक्स के क्षेत्र में ज्ञान और शिक्षा को बढ़ावा देता है, और इसकी स्थापना 1988 में हुई थी। क्चढ्ढह्रस् की स्थापना का उद्देश्य भारतीय मूल के ऑर्थोपेडिक सर्जन को एक मंच प्रदान करना था। जो अपने अनुभव और ज्ञान को साझा कर सकें, और साथ ही ऑर्थोपेडिक्स के क्षेत्र में अनुसंधान और विकास में योगदान कर सकें। यह संगठन समय समय पर ऐसे संयुक्त सेमिनार का आयोजन करता है और इसके लिए भारत से भी गिने चुने आर्थोपेडिक डॉक्टर्स को चुनता है। सेमिनार में आर्थोपेडिक डॉक्टर वर्तमान में सर्जरी में अपनाई जाने वाली तकनीकों एवं अपने शोधपत्र को साझा करते हैं। ब्रिटीश इंडियन आर्थोपेडिक सोसाइटी ने डॉ. दुष्यंत चौहान को ब्रिटेन में जून महीने में होने वाले इस सेमिनार में शामिल होने का निमंत्रण भेजा है।