रायगढ़ पुलिस ने 72 घंटे में सुलझाया कीदा गांव का तिहरा हत्याकांड: पति और दोस्त गिरफ्तार

सम्पादक अमरदीप चौहान/अमरखबर.कॉम रायगढ़, 27 मई 2025: छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के छाल थाना क्षेत्र के कीदा गांव में एक महिला और उसके दो बच्चों की निर्मम हत्या के मामले में रायगढ़ पुलिस ने 72 घंटे के भीतर सनसनीखेज खुलासा किया है। मृतका सुकांति साहू (35), उनके बेटे युगल (15) और बेटी प्राची (12) की हत्या का मास्टरमाइंड मृतका का पति महेंद्र साहू (43) निकला, जिसने अपने दोस्त भागीरथी राठिया (35) के साथ मिलकर इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया।

घटना का खुलासा: 22 मई 2025 को कीदा गांव के सरपंच सीताराम राठिया ने छाल थाना को सूचना दी कि महेंद्र साहू के घर से तेज दुर्गंध आ रही है। पुलिस अधीक्षक दिव्यांग कुमार पटेल के नेतृत्व में पुलिस, साइबर सेल, एफएसएल और डॉग स्क्वाड की टीम मौके पर पहुंची। घर का दरवाजा तोड़ने पर सुकांति और उनके दो बच्चों के सड़े-गले शव बरामद हुए, जिन पर धारदार हथियार के गहरे घाव थे। शवों की स्थिति से हत्या 3-4 दिन पुरानी होने का अनुमान लगाया गया। पुलिस ने तत्काल धारा 103(1) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया।
साजिश का पर्दाफाश: जांच में महेंद्र साहू पर शक गहराया। मृतका के मायके वालों और गवाहों ने बताया कि महेंद्र अक्सर सुकांति के साथ मारपीट करता था और अपने दोस्तों के साथ घर में पार्टी करता था, जिसे सुकांति नापसंद करती थी। गहन पूछताछ में महेंद्र और भागीरथी ने अपराध कबूल किया। महेंद्र ने पत्नी से झगड़ों के चलते हत्या की योजना बनाई और भागीरथी को 5 डिसमिल जमीन और मुआवजे की राशि का लालच दिया। योजना के तहत महेंद्र ने दरवाजे की कुंडी ढीली की, फिर सोमवार को गांव से बाहर चला गया। रात में भागीरथी ने टांगी से सुकांति और बच्चों की हत्या कर दी।
साक्ष्य और गिरफ्तारी: पुलिस ने भागीरथी के बयान पर हत्या में प्रयुक्त टांगी और महेंद्र के बयान पर कुंडी ढीली करने वाली लोहे की रॉड बरामद की। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर धारा 61(2), 3(5) बीएनएस के तहत न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है।
पुलिस की सक्रियता: पुलिस अधीक्षक दिव्यांग कुमार पटेल और एसडीओपी खरसिया प्रभात पटेल के मार्गदर्शन में थाना छाल, घरघोड़ा, खरसिया, साइबर सेल, एफएसएल और डॉग स्क्वाड की आठ से अधिक टीमों ने समन्वित रूप से जांच को अंजाम दिया। थाना प्रभारी मोहन भारद्वाज, हर्षवर्धन सिंह बैस, राजेश जांगड़े और साइबर सेल के राजेश पटेल सहित अन्य अधिकारियों की मेहनत से यह गुत्थी सुलझी।
पुलिस महानिरीक्षक डॉ. संजीव शुक्ला ने इस त्वरित कार्रवाई के लिए रायगढ़ पुलिस की सराहना की और कहा कि यह जांच पुलिस की दक्षता और समर्पण का उदाहरण है।
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