बिजली कंपनी की चोरी को मुनाफे में बदलने आयोग ने बढ़ा दी कीमत
छत्तीसगढ़ में लगेगा लोगो को जोर का झटका
रायगढ़/ चुनाव खत्म होते ही छत्तीसगढ़ में बिजली उपभोक्ताओं को नया झटका लगने वाला है खराब रख रखाव और आए दिन बिजली गुल होने के बावजूद सरकार ने बिजली और महंगी कर दी है सरकार हमेशा से बिजली कंपनी के तर्को को सही मानती रही है और एक तरफा कीमतों में बढ़ोतरी की जाती रही है इस बार लोगो को 20 पैसे प्रति यूनिट का झटका लगेगा कहने को ऐसे फेसले के पहले जन सुनवाई की जाती है जो किसी साजिश से कम नहीं होती यह भी रायगढ़ में उधोगों व प्लांटों के विस्तार के लिए होने वाली सुनियोजित जन सुनवाई का नाटक की तरह ही होती है जिसका न तो प्रचार प्रसार किया जाता है और नहीं जनता के माकूल सुविधा के अनुरूप स्थान का चयन ; बिजली की सप्लाई पूरे छत्तीसगढ़ में होती है तो जनसुनवाई सिर्फ रायपुर में ही क्यों की जाती है उसे छत्तीसगढ़ के सभी जिलों और ब्लाकों में क्यों नहीं किया जाता गांव का उपभोक्ता कैसे रायपुर जा कर अपने तर्क और बाते आयोग के सामने रख पाएगा छत्तीसगढ़ में 65 लाख से ज्यादा उपभोक्ता है जिसमे से 65 लोगो की बात भी आयोग नहीं सुनता ओर बिजली कंपनी के पक्ष में एक तरफा फेसला कर दिया जाता है अंधेर नगरी चौपट राजा की तरह खुद ही फरियादी और खुद ही मुजरिम और खुद ही जज बन कर खुद के पक्ष में फेसला करा लिया जाता है एक तरह से बिजली कंपनी और आयोग की भूमिका चोर चोर मौसेरे भाई जेसी है जिस से जनहित में किसी निर्णय की अपेक्षा नहीं की जा सकती इस महीने जून से बिजली नियामक आयोग नया टैरिफ जारी करेगा। इसके बाद बिजली महंगी हो जाएगी और जुलाई में बढ़ा हुआ बिल लोगो को भरना पड़ेगा आयोग और बिजली कंपनी के अधिकारियों के अनुसार, घरेलू उपभोक्ताओं को प्रति यूनिट 20 पैसे तक अतिरिक्त देने होंगे ऐसे ही कॉमर्शियल और कृषि उपभोक्ताओं को भी अतिरिक्त शुल्क देना होगा आयोग इस बढ़े हुए टैरिफ के लिए बिजली कंपनी को तीन हजार करोड़ के नुकसान की भरपाई का हवाला दे रहा है जबकि कंपनी के अधिकारी मेंटेनेंस के लिए जो समान खरीदते है वो निहायत घटिया किस्म का होता है जिसमे भारी कमिश्नखोरी की जाती है जिसकी कभी किसी एजेंसी व्दारा आज तक जांच नहीं की गई यदि इस चोरी पर ही अंकुश लगा दिया जाए तो कंपनी को हजारों करोड़ के नुकसान से बचाया जा सकता ओर बिजली की कीमत बढ़ाने की कोई जरूरत नहीं पड़ेगी लेकिन सरकारी एजेंसी को इसकी कोई परवाह नहीं होती वो तो सिर्फ लोगो की जेब काटना जानते है छत्तीसगढ़ की नई भाजपा सरकार से अपेक्षा है की वो इस चोरी की CBI जांच कराने की मांग करेगी ताकि करोड़ो के भ्रष्टाचार पर अंकुश लग सके।