आजतक के पत्रकार के मां-बाप और भाई की हत्या
बीजापुर की घटना के बाद अब पत्रकार के मां-बाप और भाई की हत्या
अमरदीप चौहान/अमरखबर:छत्तीसगढ़ में मंत्रियों के गुर्गें और अफसर केवल वसूली अभियान में ही लगे हुए हैं लगता है,आमजन को यह लग ही नहीं रहा है कि प्रदेश में कोई सरकार चल रही है ? सूबे में कानून और व्यवस्था की खराब स्थिति को देखकर लोग यह सोचने-समझने को विवश हुए हैं कि शांति का टापू कहलाने वाला छत्तीसगढ़ कहीं यूपी और बिहार तो नहीं बन जाएगा ?
अभी बीजापुर के पत्रकार मुकेश चंद्रकार की हत्या को चंद रोज़ भी नहीं हुए हैं कि फिर एक भयावह घटना घटित हो गई है. हत्यारों ने इस बार सूरजपुर में आजतक के पत्रकार संतोष टोप्पो के मां-बाप और भाई को मौत के घाट उतार दिया है. हत्यारे पत्रकार संतोष टोप्पो को भी मारने के फ़िराक में थे, लेकिन वारदात के दौरान गैरमौजूदगी से उसकी जान बच गई.
मामला जमीन के विवाद से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है.बताते है कि सूरजपुर जिले के जगन्नाथपुर गांव के रहने वाले संतोष टोप्पो के परिजन न्यायालय से केस जीतने के बाद उस जमीन पर खेती करने के लिए गए हुए थे जिस पर कुछ लोगों ने कई साल से कब्ज़ा कर रखा था. संतोष की मां बसंती टोप्पो, पिता माघे टोप्पो और भाई नरेश टोप्पो खेत पहुंचे ही थे कि कब्जाधारियों ने उन पर लाठी और कुल्हाड़ी लेकर हमला कर दिया. संतोष का एक भाई उमेश भी घटना के दौरान वहां मौजूद था लेकिन उसने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई.हालांकि उसे भी गंभीर चोटें आई हैं. घटना का जो ब्यौरा मिला है उसे देखकर लगता है कि यदि पत्रकार भी वहां मौजूद रहता तो हमलावर उसे भी अपना निशाना बनाते. बहरहाल छत्तीसगढ़ में हर रोज़ जो कुछ भी घटित हो रहा है वह बेहद शर्मनाक है.
राजकुमार सोनी