मुनारा और CPW तोड़ बनाया गया खेत⁉️

सारंगढ़ – धीरे धीरे जंगल खत्म होते जा रहे है उसका सबसे बड़ा जिम्मेदार खुद वन विभाग है आज जितना संरक्षित है उसका भी और आज जितना कब्जा चल रहा उसका भी क्योंकि आज जंगल को बचाने जिन्हे तैनात किया गया है वहीं जमीन को बेचने में लगे हुए ताजा मामला सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले के हट्टापाली गांव का है जहां बाकायदा वन विभाग की जमीन पर कब्जा किया गया रात के अंधेरे में जेसीबी और ट्रैक्टर से खेत बनाया जा रहा था जिसे वन विभाग की टीम ने पकड़ा और गाड़ियों को 3 महीने से ऊपर बरमकेला डिपो में जप्त रखा लेकिन विभाग ने उन्हे राजस्व मामला कहते हुए गाड़ी को छोड़ दिया गया सूत्र बताते है कि लेन देन कर रफा दफा कर दिया गया सूत्र की माने मोटी रकम के बाद जंगल की जमीन को वन विभाग कब्जाधारी के हवाले छोड़ दिया गया लेकिन विभाग कह रही की कुछ हिस्सा हमारा आता है उसके एवज में मुआवजा ले लिया गया जरा सोचिए क्या मुआवजा के नाम पर कुछ जमीन था उसे वन विभाग ने लेन देन कर मौखिक बेच दिया गया यह सवाल उठ रहा है अगर नहीं बेचा तो वन विभाग ने अपना जमीन संरक्षित क्यों नहीं किया ?

एसडीओ अमिता गुप्ता व रेंजर सेवक राम बैगा की जांच संदेह
इस पूरे मामले में रेंजर ने जांच प्रतिवेदन बनाया मौका जॉच किया और एसडीओ अमिता गुप्ता को सौंप दिया जब बात मिडिया में आए तो एसडीओ ने अपने बयान में बताया कि कुछ हिस्सा वन विभाग का यानी एसडीओ को पता रहते हुए न ही मुनारा और cpw कहा है उसे भी चिन्हांकित नहीं किया गया और वन विभाग का कितना जमीन है उसे संरक्षित नही किया गया खबर चलने के बाद सूत्र की माने तो अब मुनारा cpw नया बनाने की चर्चा चल रही लेकिन विभाग फंस गया बीच मंझदार में अब किसान को जमीन छोड़ने और जहां मुनारा और cpw था उसे भी बनवाने के लिए वन विभाग ने कब्जाधारी और जेसीबी मालिक को कह रही लेकिन विभाग बीच मझधार यही की अब बनाती है तो ओ स्थान भी खुल जाएगा जहां तक मोनारा और cpw पहले थे अब वन विभाग नया तरीका ढूंढ रही कि कैसे इस मामले से बचे फिलहाल पूरी खेला दो अधिकारी ने मिलकर किया रेंजर और एसडीओ सब कुछ पता था जहां की रेंजर और एसडीओ इस तरह से भ्रष्टाचार को बढ़ावा देंगे तो क्या होंगा ? देखना होगा जांच क्या होता है बल्कि सूत्र की माने तो जांच को टाल मटोल करने में विभाग लगा हुआ है।