इन टिप्स के ज़रिए आप भी खेल सकते हैं सुरक्षित होली. पढ़िए क्या कुछ है-
होली खेलने की सावधानियां
सम्पादक अमरदीप चौहान/अमरखबर.कॉम
होली खेलने से पहले सिर से पांव तक तेल लगाना चाहिए. पुरुष हों या महिला दोनों को तेल लगाना चाहिए. बालों में सिर के नीचे तक तेल लगाएं. एक दिन पहले बाल धोने की ज़रूरत नहीं है.
आपके शरीर पर कोई भी चोट है तो वहां बैंडेज लगा लें और अगर कट्स हैं तो उन पर टेप लगा लें ताकि वहां रंग ना प्रवेश करे, चाहे आप ऑर्गेनिक रंगों से ही होली खेल रहे हों.
अगर आपके फ़ेस पर दाने हैं या कोई दूसरी बीमारी है, कहीं फोड़ा या एग्ज़ीमा है और दवा लगाते हैं, वो दवा लगाने के बाद तेल लगाएं.
रंग खेलने से पहले महिलाएं या लड़कियां नाखून में डार्क नेल पॉलिश लगा लें ताकि रंग नेल बेड में ना जाए.
रंग खेलने से पहले पुरुष हों या महिला, दोनों सनस्क्रीन का बेस लगाएं, उसके बाद तेल लगाएं.
चश्मा लगा हो तो बहुत बेहतर है और अगर चश्मा न पहना हो तो भी रंग खेलने जा सकते हैं. चश्म पहन लेने से आंखों तक रंग नहीं पहुंचेगा और नुक़सान नहीं होगा.
रंग खेलने के लिए सामान्य सूती कपड़े पहनें. ऐसे कपड़े जो होली के बाद इस्तेमाल नहीं करने हैं या फिर अगली होली पर ही इस्तेमाल करने हैं.
इन सब सावधानियों के बाद भी हो सकता है कि सामने वाला कोई ग़लत रंग ले आया हो तो घर आते ही या रंग लगते ही एलर्जी की शिकायत हो सकती है.
उस जगह को तुरंत पानी से धोएं. वहां बर्फ़ लगा सकते हैं या फिर उस जगह पर दही लगा सकते हैं. एलोवेरा जेल का इस्तेमाल भी हो सकता है.
इतने उपाय करने के बाद भी हो सकता है कि होली पर आपको पक्का रंग लग जाए जो काफ़ी कोशिशों के बाद भी जाता नहीं दिखे तो क्या करना चाहिए.
पक्का रंग लगने के बाद उसे छुड़ाते वक्त त्वचा को ज़्यादा देर तक रब नहीं करना चाहिए. 10-15 मिनट की कोशिश और नहाने के बाद वहां दही या एलोवेरा जेल लगाएं.
अगर इसके बाद भी आपको लगे कि चेहरे पर रंग बचा हुआ है तब भी दही और एलोवेरा जेल के साथ ही धोएं. किसी भी सूरत में ब्यूटी पार्लर जाकर ब्लीच कराने से बचें.
रंगों में केमिकल होने से वह त्वचा के अंदर तक पहुंच सकता है. इसलिए कम से कम होली के पांच दिनों तक ब्यूटी पार्लर ना जाएं.
और सबसे अहम बात पानी और रंगों के त्योहार में हिस्सा लेते वक्त पर्याप्त पानी पी कर रहें. शरीर में पानी की कमी नहीं होनी चाहिए।