23 दिसम्बर को होगी मेसर्स प्रीस्मो स्टील प्राइवेट लिमिटेड की जनसुनवाई.. चहुँ ओर होगा प्रदूषण!

अमरदीप चौहान/अमरखबर:रायगढ़। औद्योगिक प्रदूषण में चारों ओर से घिरा हुआ रायगढ़ एक और प्रदूषणकारी उद्योग की स्थापना के लिए तैयार है। 23 दिसंबर का दिन वह दिन होगा जब इस भयावह नये प्रदूषणकारी प्लांट के स्थापना के लिए जनसुनवाई में मुहर लगेगा। रायगढ़ के पर्यावरण विभाग की यह कोशिश है कि 23 दिसंबर को प्रीस्मो स्टील्स एंड पावर लिमिटेड की जनसुनवाई हो और इस प्लांट की स्थापना हो। घरघोड़ा तहसील के ग्राम इमलीडीह में 23 दिसंबर की प्रातः 11:00 बजे इस प्लांट के स्थापना के लिए लोग सुनवाई रखी गई है प्रिज्म स्टील पूंजीपथरा क्षेत्र में स्थापित होने वाला एक ऐसा उद्योग है जो अपने स्थापना के बाद लगातार पर्यावरण को दूषित करेगा। अब प्रदूषण इस क्षेत्र में बढ़कर कई गुनी हो जाएगी। इस प्लांट की फर्जी ईआईए रिपोर्ट के आधार पर पर्यावरण विभाग प्लांट के स्थापना के लिए पूरी मदद भी कर रहा है। जनसुनवाई प्लांट के मद्देनजर रखी जाती है चूंकि पूंजीपथरा क्षेत्र में पहले से ही भारी और प्रदूषणकारी उद्योगों की भरमार है, यह एरिया पूरे देश में सबसे प्रदूषित एरिया के रूप में प्रमाणित किया जा चुका है। यहाँ केयरिंग कैपिसीटी खत्म हो चूकि है।
ऐसे में फिर एक भयंकर प्रदूषणकारी उद्योग को स्थापना के लिए अनुमति प्रदान करना पर्यावरण के साथ खिलवाड़ है। वर्तमान में जिस जगह पर यह प्लांट बनना है वहां पर पर्यावरण प्रदूषण बड़े पैमाने पर है। प्रदूषण को रोकने के लिए इस क्षेत्र में किसी तरह का कोई कार्य नहीं किया। न हीं भूमि अधिग्रहण करने के बाद स्थानीय बेरोजगारों को रोजगार दिया जायेगा बेरोजगार यूँ ही छले जायेंगे और सीएसआर मद से यहाँ किसी भी प्रभावित गांवों में कोई भी सही कार्य कराया जा रहा । जिसके कारण ग्रामीणों में इसके स्थापना को लेकर भारी आक्रोश है।
यहां बता दे कि इस प्लांट की प्रदूषण की चपेट में तराईमाल, भुईकुररी, गदगांव, सराईपाली, आमाघाट, भालुमार, राबो, अमलीडिह, सामारुमा, छर्राटांगर, तुमीडीह जैसे दर्जनों गांव प्रभावित होंगे। यहाँ प्रभावित गांव बदहाल हैं, युवा बेरोजगार हैं। ऐसे में यह माना जा रहा है इसके प्लांट स्थापना की जनसुनवाई में जबरदस्त विरोध देखा जा सकता है।
अब देखने वाली बात है कि रायगढ़ जिले के पर्यावरण प्रेमी और उच्च पदों पर बैठे अधिकारी क्या इस विनाशकारी प्रदूषणकारी प्लांट के स्थापना को अनुमति दिलाने का प्रयास करेंगे या इसका विरोध करेंगे। बहरहाल पर्यावरण विभाग 23 दिसंबर को इस प्लांट के विस्तार की तैयारी के लिए जुट चुका है।