खबर का असर : ओड़िशा बॉर्डर पर SDM दुर्गा प्रसाद अधिकारी (IAS) की त्वरित कार्रवाई — सीमावर्ती इलाकों में स्थापित हुए चेकपोस्ट, अवैध धान परिवहन पर कसी लगाम

जनता ने दी सराहना, कहा — “ऐसे अधिकारी ही बनते हैं जनता के सच्चे संरक्षक”
एडिटर जर्नलिस्ट अमरदीप चौहान/अमरखबर.कॉम रायगढ़/तमनार।
पत्रकारिता का प्रभाव एक बार फिर स्पष्ट रूप से सामने आया है। हाल ही में प्रकाशित एक रिपोर्ट में ओड़िशा सीमा से लगे तमनार क्षेत्र के ग्राम — केशरचूआ, टांगरघाट, सूखा तालाब और बरकच्छार — में बढ़ती अवैध धान गतिविधियों का खुलासा किया गया था। इस समाचार के बाद SDM दुर्गा प्रसाद अधिकारी (IAS) ने तत्काल संज्ञान लेते हुए त्वरित और निर्णायक कार्रवाई को अंजाम दिया है।
जानकारी के अनुसार, प्रशासन ने उपरोक्त चारों सीमावर्ती इलाकों में स्थायी चेकपोस्ट स्थापित कर निगरानी व्यवस्था को और सुदृढ़ किया है। इन चेकपोस्टों पर अब राजस्व एवं पुलिस विभाग की संयुक्त टीम लगातार तैनात रहेगी, ताकि किसी भी प्रकार की अवैध धान ढुलाई, भंडारण या बिक्री पर रोक लगाई जा सके।
“खबर का असर” से प्रशासनिक तत्परता का उदाहरण
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, SDM दुर्गा प्रसाद अधिकारी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल फील्ड अधिकारियों की बैठक बुलाई और सीमावर्ती क्षेत्रों में विशेष सतर्कता अभियान शुरू करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्वयं भी जल्द ही इन सभी क्षेत्रों का मैदानी निरीक्षण करने की घोषणा की है।
उनकी यह कार्यशैली, जिसमें जनहित सर्वोपरि रहता है, प्रशासनिक तंत्र के लिए एक प्रेरणास्रोत बन गई है। अधिकारी की सक्रियता से न केवल धान तस्करी पर रोकथाम की ठोस शुरुआत हुई है, बल्कि स्थानीय किसानों में भी भरोसा और सुरक्षा की भावना बढ़ी है।
जनता ने जताया आभार — “कृषकों को मिलेगा उचित मूल्य”
इन चेकपोस्टों की स्थापना से क्षेत्र के ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है। स्थानीय किसानों और जनप्रतिनिधियों ने SDM दुर्गा प्रसाद अधिकारी को विशेष धन्यवाद देते हुए कहा कि इस तरह की त्वरित कार्रवाई से अब वास्तविक कृषकों को अपना धान बेचने का अवसर और सही मूल्य प्राप्त होगा।
ग्राम टांगरघाट के एक किसान ने कहा —
> “पहले सीमावर्ती रास्तों से अवैध धान की आवाजाही इतनी बढ़ गई थी कि मंडियों तक हमारा धान ले जाना मुश्किल हो गया था। अब चेकपोस्ट बनने से हम निश्चिंत हैं।”
जनहितैषी नेतृत्व की पहचान बनी “फील्ड एक्शन स्टाइल”
SDM दुर्गा प्रसाद अधिकारी का नाम जिले में “एक्शन और असर” के पर्याय के रूप में जाना जाता है। चाहे अवैध रेत उत्खनन का मामला हो या धान खरीदी में अनियमितता — अधिकारी हर मौके पर मैदान में उतरकर वास्तविक स्थिति का मूल्यांकन करते हैं और त्वरित निर्णय लेते हैं।
उनकी यह संवेदनशील और जनसरोकार आधारित प्रशासनिक दृष्टि लोगों के बीच भरोसे का नया आयाम गढ़ रही है। यही कारण है कि ग्रामीण इलाकों में भी अब यह संदेश स्पष्ट है कि प्रशासन की मंशा किसानों और आम नागरिकों की सुरक्षा और हितों की रक्षा करना है।
अवैध कारोबारियों के लिए सख्त संदेश
प्रशासन की इस कार्रवाई ने यह भी संकेत दिया है कि अब सीमावर्ती इलाकों में किसी भी प्रकार के अवैध धान व्यापार या कालाबाजारी के लिए कोई स्थान नहीं बचेगा। अधिकारी ने सभी राजस्व निरीक्षकों और तहसीलदारों को निर्देश दिए हैं कि वे प्रत्येक वाहन की जांच और रिकॉर्ड रखकर रिपोर्ट सीधे उनके कार्यालय में प्रस्तुत करें।
इस पूरी कार्रवाई ने यह साबित कर दिया है कि जब प्रशासन जनता की आवाज़ सुनता है और खबरों पर तत्परता से प्रतिक्रिया देता है, तब परिवर्तन स्वतः संभव होता है।
SDM दुर्गा प्रसाद अधिकारी (IAS) का यह कदम न केवल कानून व्यवस्था की मजबूती का प्रतीक है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि प्रभावी पत्रकारिता और उत्तरदायी प्रशासन मिलकर किस तरह समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं।
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🖋️ विशेष रिपोर्ट: नरेश राठिया, पड़िगांव
📍 स्थान: तमनार/रायगढ़ (छत्तीसगढ़)
📅 तारीख: 29 अक्टूबर 2025