लापरवाही ने छीनी दोस्त की जिंदगी: एक हादसे की दर्दनाक कहानी
सम्पादक जर्नलिस्ट अमरदीप चौहान/अमरखबर.कॉम आज हम एक ऐसी घटना की बात करेंगे, जो हमें सड़क पर लापरवाही से वाहन चलाने की गंभीरता समझाती है। तमनार थाना क्षेत्र में 16 जुलाई की रात एक दुखद हादसा हुआ, जिसमें 27 साल के भजनलाल राठिया की जान चली गई। भजनलाल अपने दोस्त रमाशंकर राठिया के साथ बाइक (CG 13 C 5877) पर अपने गांव महलोई लौट रहा था। रात साढ़े 10 बजे, अर्धनारेश्वर मंदिर के पास मोड़ पर रमाशंकर ने बाइक पर नियंत्रण खो दिया। बाइक अनियंत्रित होकर गिर गई, और दोनों दोस्त बुरी तरह घायल हो गए।
रास्ते में टूट गया साथ
भजनलाल की हालत गंभीर थी। उसे रायगढ़ मेडिकल कॉलेज ले जाया जा रहा था, लेकिन सिर और शरीर पर गहरी चोटों के कारण उसने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। यह खबर सुनकर भजनलाल के परिवार और दोस्तों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। उनके पिता तीरथ राठिया ने तमनार थाने में शिकायत दर्ज की, जिसके बाद पुलिस ने बाइक चालक रमाशंकर के खिलाफ लापरवाही से वाहन चलाने (IPC धारा 184) और मौत का कारण बनने (धारा 106(1)) के तहत मामला दर्ज किया।
प्रिय पाठकों, ये हादसा हमें क्या सिखाता है?
– स्पीड और लापरवाही जानलेवा है: तेज रफ्तार या मोड़ पर लापरवाही से बाइक चलाना सिर्फ तुम्हारी नहीं, बल्कि तुम्हारे साथी की जिंदगी भी खतरे में डाल सकता है।
– हेलमेट जरूरी है: हेलमेट पहनने से सिर की चोट से बचा जा सकता है। भजनलाल की जान शायद हेलमेट से बच सकती थी।
– नशे में न चलाओ गाड़ी: अगर थकान, नींद या नशे की हालत में हो, तो गाड़ी न चलाएं। एक छोटी सी गलती जिंदगी भर का पछतावा दे सकती है।
– सड़क नियमों का पालन करें: ट्रैफिक नियम सिर्फ कागजों के लिए नहीं, हमारी सुरक्षा के लिए हैं। मोड़ पर धीमे चलें, सिग्नल्स का ध्यान रखें।
आओ, संकल्प लें!
दोस्तों, भजनलाल की मौत सिर्फ एक हादसा नहीं, बल्कि एक सबक है। आइए, हम सब मिलकर यह ठानें कि सड़क पर लापरवाही नहीं करेंगे। अपनी और अपने दोस्तों की जिंदगी की कीमत समझें। अगली बार जब बाइक या गाड़ी चलाएं, तो याद रखें—एक गलती किसी का सब कुछ छीन सकती है। सुरक्षित ड्राइव करें, जिंदगी बचाएं।