श्याम पेट्रोल पंप के पीछे नाले पर चढ़ा अवैध कब्जा — मिट्टी पाटकर उठाई दीवारें, बारिश में डूबने की कगार पर पूरा मोहल्ला

एडिटर जर्नलिस्ट अमरदीप चौहान/अमरखबर.कॉम रायगढ़।
रायगढ़ शहर में नालों पर अतिक्रमण का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। नगर निगम और राजस्व विभाग की मिलीभगत या लापरवाही कहें, या फिर जिम्मेदारों की उदासीनता — नतीजा यह है कि शहर का जल निकासी तंत्र लगातार कमजोर होता जा रहा है। अब ताजा मामला श्याम पेट्रोल पंप के पीछे डी-कॉट गली का सामने आया है, जहां लोगों ने खुलेआम नाले पर मिट्टी और मुरुम डालकर दीवारें खड़ी कर दी हैं।
नाले के ऊपर मिट्टी डालकर बाउंड्री वॉल बनाने से नाला संकरा हो चुका है। बारिश के दिनों में यही संकरा नाला शहरवासियों के लिए बड़ी मुसीबत बन सकता है। स्थानीय पार्षद आरिफ हुसैन ने इस मामले की शिकायत नगर निगम आयुक्त से की है और तत्काल कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि नाले को पाटकर दीवारें खड़ी करने से बरसात के दौरान जलभराव की गंभीर स्थिति बन सकती है।
पार्षद के अनुसार, यदि समय रहते निगम ने कार्रवाई नहीं की, तो आने वाले दिनों में पूरा इलाका पानी में डूब सकता है। नाले का प्राकृतिक प्रवाह बाधित हो चुका है और पानी निकासी का मार्ग पूरी तरह अवरुद्ध है। स्थानीय निवासियों ने भी नगर निगम से हस्तक्षेप कर अवैध दीवारों को हटाने की मांग की है।
नाले की चौड़ाई घटी, खतरा बढ़ा
शहर के पुराने बाशिंदों का कहना है कि कुछ साल पहले तक इस नाले की चौड़ाई इतनी थी कि बरसात का सारा पानी आसानी से गुजर जाता था। अब जगह-जगह कब्जे और निर्माण से इसकी चौड़ाई आधी से भी कम रह गई है। कई घरों ने नाले की सीमा में बाउंड्री वॉल बना ली है, जिससे नाले का प्रवाह संकरा होकर अवरुद्ध हो गया है।
प्रशासन की चुप्पी पर सवाल
रायगढ़ में यह पहला मामला नहीं है। पहले भी रामभांठा, मंगलूडिपा, और ईला मॉल के पीछे नालों पर अवैध कब्जे की शिकायतें होती रही हैं, लेकिन नगर निगम की कार्रवाई सिर्फ नोटिस तक सीमित रह जाती है। अधिकारियों की चुप्पी पर सवाल उठ रहे हैं कि आखिर क्यों बार-बार नालों पर कब्जा करने वालों पर सख्त कार्रवाई नहीं की जाती।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह सब ‘सांठगांठ’ का नतीजा है। अतिक्रमण करने वालों के पास प्रभावशाली लोगों का संरक्षण है, इसलिए प्रशासन भी आंख मूंदे बैठा है। वहीं निगम के कुछ कर्मचारियों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि कई बार तो कार्रवाई के निर्देश भी ऊपर से रोक दिए जाते हैं, ताकि “किसी का हित प्रभावित न हो।”
बारिश में बनेगा ‘शहर में तालाब’
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि समय रहते नालों की सफाई और चौड़ीकरण नहीं किया गया, तो रायगढ़ शहर के कई इलाके इस बार की बारिश में डूब सकते हैं। श्याम पेट्रोल पंप के पीछे की डी-कॉट गली, इंदिरा नगर और आसपास के वार्डों में पानी भरने की पूरी आशंका है।
नगर निगम से नागरिकों की मांग है कि इस मामले में तत्काल अतिक्रमण हटाया जाए और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में कोई भी व्यक्ति नाले पर कब्जा करने की हिम्मत न करे।
समाचार सहयोगी सिकंदर चौहान की रिपोर्ट