41 करोड़ के फर्जी चैक मामले में पुलिस के हाथ अब भी खाली
पंजाब नेशनल बैंक में श्रम विभाग से भुगतान निकालने 41 करोड़ का बोगस चैक लगाया गया था। आरोपी ने खुद बैंक जाकर चैक लगाया। घटना को आठ महीने बीत गए हैं लेकिन पुलिस अब तक आरोपी की पहचान नहीं कर सकी है। सहायक श्रम आयुक्त रायगढ़ ने अक्टूबर 2023 में कोतवाली में शिकायत की थी जिस पर एफआईआर दर्ज की गई थी। भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार मंडल से 41 करोड़ का भुगतान लेने के लिए दिग्विजय इंटरप्राइजेस के नाम से चैक लगाया गया। पीएनबी रायगढ़ ब्रांच में चैक लगाने के बाद एक व्यक्ति का फोन ब्रांच में आया।
उसने कई बार चैक को जल्द क्लियर करने को कहा। इसका वेरीफिकेशन करने के लिए जब श्रम विभाग से संपर्क किया गया तो पता चला कि दिग्विजय इंटरप्राइजेस के नाम से किसी भी फर्म को चैक जारी नहीं किया गया है। पुलिस के पास वह फोन नंबर भी है जिससे बैंक में कॉल आया। वहीं बैंक के सीसीटीवी कैमरे में उस आरोपी का चेहरा कैद हो गया जो चैक लगाने आया। अभी तक मामले में पुलिस खाली हाथ ही है।
रायगढ़ के ही किसी ठगबाज का हाथ
ठगी के नए-नए तरीकों के लिए मशहूर रायगढ़ में यह सनसनीखेज कारनामा भी हुआ था। बताया जा रहा है कि किसी पुराने ठगबाज ने ही यह तरीका निकाला होगा। बड़ा सवाल यह है कि सीसीटीवी में आरोपी दिखने के बावजूद पकड़ा नहीं गया। कोतवाली पुलिस की क्षमता पर सवाल उठ रहे हैं।