हाई-वोल्टेज करंट से युवक की दर्दनाक मौत, घरघोड़ा में मचा कोहराम

एडिटर जर्नलिस्ट अमरदीप चौहान/अमरखबर.कॉम घरघोड़ा के वार्ड क्रमांक 5 में गुरुवार को उस समय अफरातफरी मच गई, जब लाइट लगाने के दौरान एक युवक 11 केवी हाई-वोल्टेज करंट की चपेट में आ गया। हादसे में युवक की मौके पर ही मौत हो गई।
मृतक की शिनाख्त साहिल बर्मन (वार्ड 4, घरघोड़ा) के रूप में हुई है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, साहिल काम के दौरान अनजाने में ऊपर से गुजर रहे 11 केवी तार से संपर्क में आ गया। करंट लगते ही वह बुरी तरह झुलसकर नीचे गिर पड़ा। स्थानीय लोग तुरंत उसे अस्पताल ले गए, लेकिन डॉक्टरों ने जांच उपरांत मृत घोषित कर दिया।
घटना की सूचना पाकर घरघोड़ा पुलिस मौके पर पहुंची और आवश्यक कार्रवाई शुरू की। हादसे से पूरे इलाके में शोक और दहशत का माहौल है।
भारत में बिजली सुरक्षा मानकों की अनदेखी और प्रशासनिक उदासीनता की वजह से हादसे लगातार बढ़ रहे हैं। घरघोड़ा की घटना न सिर्फ एक दर्दनाक हादसा है, बल्कि यह पूरे सिस्टम की लापरवाही का कड़ा सबूत है।
साहिल बर्मन की मौत प्रशासन और विद्युत विभाग की जवाबदेही पर सवाल उठा देती है। भारतीय कानून और केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण की सुरक्षा नियमावली स्पष्ट है कि खुले विद्युत तारों और पूरी लाइन की समय-समय पर जांच, उचित इंसुलेशन और चेतावनी बोर्ड लगाना अनिवार्य है।
वॉटेज वाली लाइन (11 केवी) के मामले में सुरक्षा दूरी, लाइन का रखरखाव, और वर्क-साइट पर उचित सावधानी बरतना जरूरी है। दुर्घटना के बाद ही पुलिस जांच शुरू करना और अस्पताल में पहुंचते ही युवक को मृत घोषित कर देना दिखाता है कि आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रणाली भी कमजोर है।
स्थानीय प्रशासन, विद्युत विभाग और नगरपालिका को जवाबदेह बनाना, बिजली लाइन की मासिक संयुक्त जांच सार्वजनिक करना, और घटना के 30 दिन के भीतर अस्थायी मुआवजा अनिवार्य बनाना चाहिए। विशेषज्ञ यह भी सुझाते हैं कि ऐसी घटनाओं को लापरवाही मानकर संबंधित विभागों पर कड़ी कार्रवाई तथा हर्जाना सुनिश्चित होना चाहिए।
घरघोड़ा की घटना केवल एक व्यक्तिगत त्रासदी नहीं है, यह पूरे बिजली वितरण तंत्र में सुधार की मांग करती है। कार्यस्थल, सार्वजनिक स्थान और घरेलू इलाकों में खुले बिजली तारों की मौजूदगी मानव जीवन के लिए खतरनाक है। जिम्मेदार अधिकारियों की त्वरित कार्रवाई, कड़ी जवाबदेही और स्पष्ट सुरक्षा मानकों का अनुपालन ही ऐसी घटनाओं को रोक सकता है।