राजस्व भूमि पर धड़ल्ले से हो रही क्वार्टज़ पत्थर की कालाबाजारी, आंखें मुंद कर बैठे विभागीय अधिकारी-कर्मचारी !

अमरदीप चौहान/अमरखबर:धरमजयगढ। इन दिनों धरमजयगढ़ विकासखण्ड के पूरे क्षेत्र में भूमाफिया से अवैध कब्जा धारी से लेकर अवैध उत्खनन के चर्चे हर जुबान पर है। वहीं विभागीय अधिकारी बने मुकदर्शक और कार्रवाई के नाम पर महज दिखावा और इस बात की जानकारी नहीं कह कर टालमटोल जारी है। पुरा मामला विकास खण्ड के कापू क्षेत्र का जहां पर बिना अनुमति के सफेद पत्थर का अवैध उत्खन्न हो रहा है, हर दिन ना जाने कितने ट्रेक्टर पत्थर अवैध तरीक से निकाल कर बेचा जा रहा है। इस अवैध कार्य के लिए कई मजदूर काम करते हैं, जमीन को खोदने के लिए एक जेसीबी मशीन लगा रहता है जो हर दिन सिर्फ खोदाई ही करता है। मजदूरों ने बताया कि पत्थर खदान को पत्थलगांव का कोई सेठ चलाता है, एक ट्रेक्टर पत्थर का 800 रूपये देते हैं। खदान से ट्रेक्टर में लोड़कर ले जाकर दूर कहीं डम्प किया जाता है वहां से बड़े-बड़े ट्रक में लोड़कर ले जाते हैं। पत्थर खदान के आसपास कोई साइन बोर्ड नहीं लगा है जिससे पता चले कि यहां पत्थर खदान वैध है कि नहीं, इसका मालिक कौन है शासन का नियम क्या है। इसकी कोई जानकारी नहीं होने से साफ जाहिर होता है कि जो पत्थर खदान संचालित हो रहा है वहा अवैध ही होगा। खदान मालिक पर कार्यवाही नहीं होने से हर साल लाखों रूपये की राजस्व क्षति शासन को उठाना पड़ रहा है। अब सबसे बड़ा सवाल क्या इस अवैध कार्य की जानकारी किसी अधिकारी-कर्मचारी को नहीं है, या फिर सब जानते हुए भी विभागीय अधिकारी अनजान बन बैठे हैं। स्थानीय मिडिया द्वारा तहसीलदार से बात करने पर बताया कि कुछ का परमिशन है, लेकिन जांच करने पर पता चल पायेेगा।

