सनसनीखेज खुलासा: रायगढ़ में पंचायत सचिव की सुनियोजित हत्या, तीन गिरफ्तार, मास्टरमाइंड जेल में!(देखें वीडियो)

सम्पादक जर्नलिस्ट अमरदीप चौहान/अमरखबर.कॉम रायगढ़, 31 जुलाई 2025: ग्राम पंचायत पाकरगांव के सचिव जयपाल सिदार (43) की गुमशुदगी का मामला रायगढ़ पुलिस ने सुलझा लिया है, जो एक सनसनीखेज हत्या की साजिश के रूप में सामने आया है। पुलिस ने इस सुनियोजित हत्या का पर्दाफाश करते हुए तीन आरोपियों—शुभम गुप्ता, कमलेश यादव और मदन गोपाल सिदार—को गिरफ्तार किया है, जबकि मुख्य साजिशकर्ता शिव साहू पहले से ही हत्या के एक अन्य मामले में जेल में बंद है। यह खुलासा रायगढ़ पुलिस की साइबर सेल और लैलूंगा-धरमजयगढ़ पुलिस की संयुक्त कार्रवाई का नतीजा है।
7 जुलाई को रची गई खौफनाक साजिश
7 जुलाई 2025 को जयपाल सिदार अपनी स्विफ्ट डिजायर कार (CG12 BA 6453) से बच्चों को स्कूल छोड़ने के बाद लापता हो गए थे। परिजनों ने 8 जुलाई को थाना लैलूंगा में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की। शुरुआती जांच में कोई सुराग नहीं मिला, लेकिन पुलिस अधीक्षक श्री दिव्यांग पटेल के निर्देशन में गठित विशेष टीम ने मोबाइल लोकेशन, सीसीटीवी फुटेज और इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों के आधार पर जांच को तेज किया।
पुरानी रंजिश और ₹1 करोड़ की सुपारी
जांच में सामने आया कि मुख्य साजिशकर्ता शिव साहू, जो वर्तमान में जेल में बंद है, ने छह महीने पहले पेरोल पर आने के दौरान जयपाल सिदार से पुरानी रंजिश के चलते उनकी हत्या की योजना बनाई थी। उसने शुभम गुप्ता को ₹1 करोड़ की सुपारी देने का लालच दिया। जून 2025 में शुभम ने कमलेश यादव और मदन गोपाल सिदार के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची। 3 जुलाई को शिव साहू ने पेरोल पर लौटकर शुभम को ₹10,000 का भुगतान भी किया।
चलती कार में गमछे से गला घोंटकर हत्या
7 जुलाई की सुबह, आरोपियों ने जयपाल को कोतबा जाने के बहाने बुलाया। शुभम, कमलेश और मदन गोपाल उनकी कार में सवार हुए और जशपुर रोड पर चलती कार में गमछे से गला घोंटकर उनकी हत्या कर दी। हत्या के बाद शव को कार में छिपाकर कई जगह घूमने के बाद, आरोपियों ने शव को धरमजयगढ़ के सिसरिंगा घाटी में फेंक दिया। जयपाल का मोबाइल मैनपाट जंगल में फेंका गया, और कार का नंबर प्लेट हटाकर उसे लाखा (पूंजीपथरा) के पास सड़क किनारे छोड़ दिया गया। साक्ष्य मिटाने के लिए हत्या में इस्तेमाल गमछा भी जला दिया गया।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई, शव बरामद
पुलिस ने सिसरिंगा घाटी से जयपाल का शव बरामद कर पोस्टमार्टम कराया, जिसके बाद मामला हत्या में तब्दील हुआ। थाना धरमजयगढ़ में भारतीय न्याय संहिता की धारा 103(1), 238, 61(2), 3(5) BNS के तहत मामला दर्ज किया गया। जांच को थाना लैलूंगा में स्थानांतरित कर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।



गिरफ्तार आरोपी
1. मदन गोपाल सिदार (19), पाकरगांव, थाना लैलूंगा
2. युगल किशोर उर्फ शुभम गुप्ता(20), पाकरगांव, थाना लैलूंगा
3. कमलेश यादव(19), मथपहाड़, थाना बागबहार, जशपुर
4. शिव साहू (मुख्य साजिशकर्ता, जेल में बंद)
पुलिस की सराहनीय भूमिका
पुलिस अधीक्षक श्री दिव्यांग पटेल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री आकाश मरकाम, सीएसपी श्री अनिल विश्वकर्मा, डीएसपी श्री उत्तम प्रताप सिंह और एसडीओपी धरमजयगढ़ श्री सिद्धांत तिवारी के नेतृत्व में थाना प्रभारी लैलूंगा श्री रोहित बंजारे, थाना प्रभारी धरमजयगढ़ श्री सीताराम ध्रुव और साइबर सेल की टीम ने इस सनसनीखेज मामले का खुलासा किया। साइबर सेल और थाना स्टाफ की मेहनत और तकनीकी जांच ने इस जटिल प्रकरण को सुलझाने में अहम भूमिका निभाई।
जांच अभी जारी
पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है ताकि इस साजिश के अन्य पहलुओं का भी खुलासा हो सके। यह मामला रायगढ़ में चर्चा का विषय बना हुआ है, और पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई की सर्वत्र प्रशंसा हो रही है।
रायगढ़ पुलिस की सतर्कता और तकनीकी दक्षता ने एक बार फिर साबित किया कि अपराधी कितना भी शातिर क्यों न हो, कानून के शिकंजे से बच नहीं सकता!
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