राज्योत्सव में करेंट से एक शिक्षक की मौत के बाद प्रभारी डीईओ को हटाने कलेक्टर से हुई मांग..

अमरदीप चौहान/अमरखबर:सारंगढ़। में 5 नवम्बर को राज्योत्सव कार्यक्रम में करेंट के चपेट में आने से एक शिक्षक की मौके पर ही मौत हो गई।
सारंगढ़ में 5 नवम्बर को राज्योत्सव कार्यक्रम में करेंट के चपेट में आने से एक शिक्षक की मौके पर ही मौत हो गई। जिस पर जिले में सियासी सरगर्मी बढ़ते नजर आ रही है छात्र शक्ति सारंगढ़ ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा कर विभाग के प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी एल पी पटेल को प्राथमिक जिम्मेदार कहते हुए तत्काल पद से पृथक करने की मांग किया है ।
जिसमें छात्र संगठन अपने ज्ञापन में प्रभारी डीईओ एल पी पटेल ने राज्य शासन के नियम के विरुद्ध जाकर शिक्षकों की गैर शिक्षकी कार्य में शिक्षकों का आय दिन कार्य दिया जाना नकेवाल पद का गलत उपयोग को दर्शाता हैं ।
साथ ही एल पी पटेल के गैर जिम्मेदाराना कार्यों को भी दर्शाता है जिसमें अपने निजी स्वार्थ की पूर्ति के लिए किसी भी हद को पार कर सकता है जो कि शिक्षा जगत के लिए घातक है इसके अलावा भी जब से श्री पटेल का सारंगढ़ जिला में पदस्थापन हुआ है ।
तब से शिक्षा विभाग जिले में हसी का पात्र बन चुका है, श्री पटेल के पूर्व के कार्यव्यवार को लेकर आय दिन आंदोलन का सिलसिला शुरू हो गया और जैसे ही विरोध थमा ही था कि ए.सी.बी. की टीम ने डीईओ दफ्तर में छापेमारी के दौरान एक शिक्षक को 50 हजार के रिश्वत के साथ रंगे हाथ पकड़ा गया और इसके बाद ये राज्योत्सव में भगत राम पटेल के करेंट के चपेट में मौत के बाद प्रशासन द्वारा अभी तक इस घटना का असल जिम्मेदारी किसकी है ।
इसको लेकर आरोप प्रत्यारोप लगा हुआ है जिसे लेकर पहले छत्तीसगढ़ संकुल शैक्षिक सकूल समन्वयक संघ ने कलेक्टर को ज्ञापन देकर प्राथमिक जिम्मेदार प्रभारी डीईओ एल पी पटेल को बताया है और उनके ऊपर एफआईआर दर्ज कर कार्यवाही करने के लिए मग किया जिसके बाद छात्र संगठन भी आगे आ कर एल पी पटेल के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की मग करते हुए तत्कार मूल पद पर भेजने की मांग किया है आरोप है कि प्रभारी डीईओ ने नियम के विरुद्ध जाकर लगाया था शिक्षक का ड्यूटी और सामने खड़े होकर संकुल समन्वयक से फ्लैक्स लगवा रहे थे।