रायगढ़ के सिंघल प्लांट में बड़ा हादसा — फर्नेस की गर्म स्टीम की चपेट में आए दो सुपरवाइजर, हालत गंभीर, रायपुर रेफर

एडिटर जर्नलिस्ट अमरदीप चौहान/अमरखबर.कॉम रायगढ़।
रायगढ़ जिले के औद्योगिक क्षेत्र से शनिवार को एक गंभीर हादसे की खबर सामने आई है। सिंघल प्लांट में फर्नेस लाइनिंग पेंचिंग के दौरान हुए हादसे में दो सुपरवाइजर झुलस गए। बताया जा रहा है कि दोनों की आंखों में गर्म भाप (स्टीम) घुस जाने से स्थिति नाजुक बनी हुई है। हादसे के बाद उन्हें रायगढ़ के निजी अस्पताल से प्राथमिक उपचार के पश्चात रायपुर रेफर कर दिया गया है।
औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, यह हादसा शनिवार की दोपहर लगभग 1:30 बजे हुआ। उस समय कंपनी के सुपरवाइजर फते बहादुर सिंह (45 वर्ष) और इंद्रजीत कुमार यादव (35 वर्ष) बंद पड़े फर्नेस की लाइनिंग पेंचिंग का कार्य कर रहे थे। दोनों कर्मचारी भट्ठी में जमा मेटल स्लैग (धातु अवशेष) को हटाने का प्रयास कर रहे थे।
जानकारी के मुताबिक, मेटल स्लैग को हटाने के लिए जब वे लोहे के औजार से कटिंग कर रहे थे, तब वहां गर्म डस्ट और धुआं फैलने लगा। गर्मी को नियंत्रित करने के लिए जैसे ही उन्होंने पानी डाला, उसी क्षण भट्ठी में जमा धातु अवशेष और मसाला उच्च तापमान पर प्रतिक्रिया कर गया। इससे अचानक भाप का तेज़ दबाव (स्टीम ब्लास्ट) बना और दोनों सुपरवाइजर उसकी चपेट में आ गए।

घटना के बाद प्लांट परिसर में अफरा-तफरी मच गई। कंपनी प्रबंधन की ओर से तुरंत दोनों घायलों को प्लांट स्थित स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार दिया गया। इसके बाद उन्हें गंभीर स्थिति में रायगढ़ के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने बताया कि गर्म स्टीम की चपेट में आने से दोनों की आंखों और चेहरे पर गंभीर असर पड़ा है। स्थिति को देखते हुए दोनों को रायपुर के बड़े अस्पताल में रेफर किया गया है।
औद्योगिक सुरक्षा विभाग कर रहा जांच
हादसे की सूचना मिलते ही औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा विभाग की टीम ने मौके की स्थिति पर नजर रखी और घटना की प्रारंभिक जानकारी जुटाई। विभाग ने बताया कि फर्नेस में सुरक्षा मानकों और सेफ्टी प्रोटोकॉल के पालन की जांच की जाएगी। यदि सुरक्षा में लापरवाही पाई गई, तो कंपनी प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।
स्थानीय श्रमिकों का कहना है कि प्लांट में कई बार सुरक्षा उपकरणों और सावधानी के नियमों का पालन ढीला देखा गया है। श्रमिक संघों ने इस घटना को “लापरवाही का नतीजा” बताते हुए कहा कि ऐसे हादसे रोकने के लिए औद्योगिक इकाइयों में सुरक्षा ऑडिट को अनिवार्य किया जाना चाहिए।
फिलहाल दोनों घायल सुपरवाइजरों की हालत चिंताजनक बनी हुई है, और विभाग की टीम हादसे के कारणों की विस्तृत जांच में जुटी है।
समाचार सहयोगी सिकंदर चौहान की रिपोर्ट