बंगुरसिया-पालीघाट मार्ग पर भीषण हादसा: दो ट्रेलरों की टक्कर में ड्राइवर की मौत, 8 घंटे तक केबिन में फंसा रहा शव

सम्पादक अमरदीप चौहान/अमरखबर.कॉम रायगढ़ (छत्तीसगढ़): रायगढ़ जिले के चक्रधर नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत बंगुरसिया-पालीघाट मार्ग पर देर रात एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ। दो ट्रेलरों की आमने-सामने की भीषण टक्कर में एक ट्रेलर ड्राइवर की मौके पर ही मौत हो गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि ट्रेलर के परखच्चे उड़ गए और ड्राइवर केबिन में फंस गया। लगभग 8 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस और स्थानीय लोगों ने ड्राइवर के शव को बाहर निकाला।
हादसे का मंजर: ट्रेलर के उड़े परखच्चे
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, यह हादसा देर रात बंगुरसिया-पालीघाट मार्ग पर हुआ। दोनों ट्रेलर विपरीत दिशाओं से तेज रफ्तार में आ रहे थे, जब उनकी आमने-सामने की टक्कर हो गई। टक्कर इतनी भयानक थी कि एक ट्रेलर का केबिन पूरी तरह चकनाचूर हो गया, और ड्राइवर उसमें बुरी तरह फंस गया। दूसरे ट्रेलर का चालक मामूली रूप से घायल बताया जा रहा है।
8 घंटे की मशक्कत, तब जाकर निकला शव
हादसे की सूचना मिलते ही चक्रधर नगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। ड्राइवर के शव को केबिन से निकालने के लिए क्रेन और अन्य उपकरणों का सहारा लिया गया। करीब 8 घंटे की मेहनत के बाद शव को बाहर निकाला जा सका। मृतक ड्राइवर की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है, और पुलिस इसकी जांच में जुटी है।
“सड़कें बन रही हैं काल का गढ़”
स्थानीय लोगों का कहना है कि बंगुरसिया-पालीघाट मार्ग पर आए दिन होने वाली दुर्घटनाओं ने इसे “मौत का हाईवे” बना दिया है। तेज रफ्तार, सड़क की खराब स्थिति और ट्रैफिक नियमों की अनदेखी इस क्षेत्र में हादसों का प्रमुख कारण बन रही है। एक स्थानीय निवासी ने तंज कसते हुए कहा, “यहां सड़कें नहीं, काल के गड्ढे हैं। हर हफ्ते कोई न कोई हादसा हो रहा है, लेकिन प्रशासन की आंखें बंद हैं।”
2024 में रायगढ़ में 691 हादसे, 379 मौतें
छत्तीसगढ़ में सड़क दुर्घटनाएं एक गंभीर समस्या बन चुकी हैं। 2024 में रायगढ़ जिले में 691 सड़क हादसे दर्ज किए गए, जिनमें 379 लोगों की जान चली गई। हाल ही में रायपुर-बालोदाबाजार मार्ग पर हुए एक अन्य हादसे में 13 लोगों की मौत ने भी पूरे प्रदेश को झकझोर दिया था। तमनार क्षेत्र में भी सड़कों की खराब स्थिति और भारी वाहनों की आवाजाही के कारण दुर्घटनाएं आम हो गई हैं।
ग्रामीणों में आक्रोश, प्रशासन पर सवाल
स्थानीय लोगों ने प्रशासन पर सड़क सुरक्षा के प्रति लापरवाही का आरोप लगाया है। एक ग्रामीण ने गुस्से में कहा, “कंपनियों के भारी वाहन सड़कों पर बेतहाशा दौड़ते हैं, लेकिन ट्रैफिक नियमों की कोई जांच नहीं होती। सड़कें सुधारने और स्पीड ब्रेकर लगाने की मांग हम सालों से कर रहे हैं, लेकिन सुनता कौन है?”
पुलिस जांच में जुटी, कार्रवाई का आश्वासन
चक्रधर नगर थाना प्रभारी ने बताया कि हादसे की जांच शुरू कर दी गई है। दोनों ट्रेलरों की गति और हादसे के कारणों की गहन पड़ताल की जा रही है। पुलिस ने यह भी आश्वासन दिया है कि सड़क सुरक्षा को लेकर कड़े कदम उठाए जाएंगे।
सड़क सुरक्षा पर सवाल, कब होगा समाधान?
यह हादसा एक बार फिर सड़क सुरक्षा के मुद्दे को सामने लाता है। रायगढ़ जिले में लगातार हो रहे हादसों ने प्रशासन और सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। ग्रामीणों की मांग है कि सड़कों की मरम्मत, स्पीड ब्रेकर की व्यवस्था और भारी वाहनों पर सख्ती जैसे कदम तत्काल उठाए जाएं।
क्या प्रशासन इस बार जागेगा, या बंगुरसिया-पालीघाट मार्ग पर हादसों का सिलसिला यूं ही चलता रहेगा? यह सवाल हर उस शख्स के मन में है, जो इस “मौत के रास्ते” से रोज गुजरता है।