घरघोड़ा-रायगढ़ मार्ग पर 25 हाथियों का डेरा, घंटों रुका यातायात — वन विभाग ने संभाली स्थिति.. देखें

फ्रीलांस एडिटर जर्नलिस्ट अमरदीप चौहान/अमरखबर.कॉम रायगढ़।
रायगढ़ जिले के तमनार वन रेंज में पिछले दो दिनों से हाथियों की गतिविधि तेज़ हो गई है। बुधवार की शाम घरघोड़ा–रायगढ़ मुख्य मार्ग पर करीब 25 हाथियों का झुंड सड़क पर उतर आया, जिससे दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। झुंड में 6 नर, 14 मादा और 5 शावक शामिल बताए जा रहे हैं।
घटना शाम लगभग साढ़े चार बजे की है, जब सामारूमा जंगल की ओर से हाथियों का दल सड़क पार करने पहुंचा। अचानक इतने बड़े झुंड को देखकर ट्रक, डंपर और बाइक सवार वाहन चालकों में हड़कंप मच गया। लोग अपने वाहनों को दूर खड़ा कर सुरक्षित स्थानों पर चले गए।
सूचना मिलते ही तमनार रेंजर विजेंद्र कुमार के नेतृत्व में वन अमला मौके पर पहुंचा। विभाग ने तुरंत दोनों ओर से ट्रैफिक रोककर एहतियाती कदम उठाए। करीब 30 से 40 मिनट तक हाथियों का यह झुंड सड़क पर ही टहलता रहा और फिर धीरे-धीरे जंगल की ओर लौट गया।
रेंजर ने बताया कि यह झुंड पिछले कई दिनों से तमनार रेंज के बॉर्डर एरिया में घूम रहा है। विशेषकर शाम के समय वे बार-बार सड़क पार करते हैं। वनकर्मियों द्वारा लगातार निगरानी रखी जा रही है ताकि किसी प्रकार की मानव-वन्यजीव टकराव की स्थिति न बने।
वन विभाग के ताज़ा आंकड़ों के मुताबिक, रायगढ़ वनमंडल में हाथियों की कुल संख्या अब 39 तक पहुँच चुकी है — जिनमें बंगुरसिया (2), चारमार (1), कमतरा (1), सामारूमा (25) और काफरमार (10) हाथी शामिल हैं। बढ़ती हाथी गतिविधि के चलते ग्रामीण इलाकों में सतर्कता और जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि हाथी रोजाना शाम के समय खेतों और सड़कों के किनारे दिख रहे हैं। हालांकि अब तक किसी प्रकार की जनहानि की सूचना नहीं है, परंतु किसान अपनी फसलों को लेकर चिंतित हैं।
वन विभाग ने अपील की है कि ग्रामीण रात के समय जंगल के समीप न जाएं, हाथियों की स्थिति की सूचना तुरंत वनकर्मियों या स्थानीय बीट गार्ड को दें, और किसी भी स्थिति में उन्हें उकसाने का प्रयास न करें।
समाचार सहयोगी सिकंदर चौहान की रिपोर्ट
तस्वीरें ग्रामीण स्रोतों से प्राप्त
📍 स्थान: सामारूमा जंगल, तमनार रेंज, रायगढ़ जिला (छत्तीसगढ़)