सेवा सहकारी समिति मर्यादित तेतलखूंटी उपकेंद्र झरगांव में हुआ फर्जी रकबा पंजीयन,बेच दिए लाखों रूपये की धान

अमरदीप चौहान/अमरखबर:गरियाबंद – प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला गरियाबंद तहसील अमलीपदर अंतर्गत आने वाले सेवा सहकारी समिति मर्यादित तेतलखूंटी धान उपार्जन केंद्र झरगांव में फर्जी रकबा पंजीयन का मामला सामने आया हैं आपको बता दें धान खरीदी वर्ष 2023-24 में किसी अन्य किसान के रकबा दूसरे किसान के किसान आई डी में पंजीयन कर लाखों का धान बेचा गया है। अब सवाल यह उठता है कि सेवा सहकारी समिति तेतलखूँटी उपार्जन केंद्र झरगांव में हुए फर्जी पंजीयन में समिति प्रबंधक,ऑपरेटर,या फिर तहसील माड्यूल किसके द्वारा यह फर्जी रकबा पंजीयन किया गया है?
वर्ष 2023-24 में किसान गेंदुराम सिन्हा पिता/ कंगारू के किसान आई डी पर लीलाधर मानोबाई, का खसरा नंबर 149/1 लगभग 2.5 हेक्टेयर रकबा फर्जी तरिके से पंजीयन कर रकबा में बढ़ोतरी कर धान बेचा गया है। और गंभीर अनियमितता बरती गई है। उक्त विषय पर सम्बंधित अधिकारी फर्जी रकबा का जांच करता है तो निश्चित ही फर्जीवाड़ा सामने आएगा..अब देखना यह है कि गरियाबंद जिले में इस फर्जीवाड़ा का संबधित अधिकारी क्या कार्रवाही करतें हैं।
क्या कहतें है मंडी प्रबंधक
ज़ब समिति प्रबंधक से उक्त बिषय के सम्बन्ध में फोन के माध्यम से जानकारी चाही गई तों फोन उठाना मुनासिफ नहीं समझा।
अब सोचने वाली बात यह हैं कि फर्जी रकबा के माध्यम से गेंदुराम सिन्हा के नाम पर 218 क्विंटल धान का 6 लाख 75 हजार 8 सौ रुपए राशि जमा हुआ हैं। वहीं उक्त अनियमितता समिति या फिर तहसील के द्वारा जानबूझ कर किया गया है। जिससे शासन को लाखों रुपए की क्षति पहुंचाई गई है और किसान को बेजा लाभ मिला है।
यह कहता है नियम
विधिक व्यक्तियों तथा ट्रस्ट /मंडल /प्राइवेट लिमिटेड कंपनी/ शाला विकास समिति/ केंद्र एवं राज्य शासन के संस्थान/ महाविद्यालय आदि संस्थाओं तथा रेगहा बटाईदार /लीज एवं दुबान क्षेत्र के कृषकों को कृषक उन्नति योजना के लाभ लेने की पात्रता नहीं होगी।
जर्नलिस्ट अमरदीप चौहान..✍️