करंट की चपेट में आने से 7 वर्षीय जंगली हाथी की मौत — फसलों की रखवाली के लिए बिछाया गया था तार, वन विभाग जांच में जुटा

एडिटर जर्नलिस्ट अमरदीप चौहान/अमरखबर.कॉम रायगढ़।
जिले के तमनार वन परिक्षेत्र अंतर्गत केराखोल गांव में सोमवार सुबह एक दर्दनाक घटना सामने आई, जहाँ करंट की चपेट में आने से एक 7 वर्षीय जंगली हाथी की मौत हो गई। यह हाथी अपने झुंड से बिछड़कर गांव के पास स्थित खेतों की ओर चला आया था। घटना की सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी है।
मिली जानकारी के अनुसार, ग्रामीणों ने खेतों से सटी राजस्व भूमि पर जंगली सूअर से फसल बचाने के लिए बिजली के करंट वाले तार बिछाए थे। इसी दौरान भटककर आए जंगली हाथी की चपेट में आने से मौके पर ही उसकी मौत हो गई।
घटना की जानकारी मिलते ही तमनार वन परिक्षेत्र अधिकारी विक्रांत कुमार, डिप्टी रेंजर विनोद तिग्गा, तथा घरघोड़ा वन परिक्षेत्र अधिकारी सी.के. राठिया अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और पूरे क्षेत्र का निरीक्षण किया। अधिकारियों ने हाथी के शव का पंचनामा तैयार कर पोस्टमार्टम की प्रक्रिया वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 के तहत शुरू कर दी है।
वन विभाग के अनुसार मृत हाथी की उम्र लगभग 7 वर्ष बताई जा रही है। विभाग ने स्पष्ट किया कि घटना अत्यंत दुखद है और इसमें दोषी व्यक्तियों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि पिछले कुछ महीनों से इस क्षेत्र में हाथियों की आवाजाही लगातार बढ़ी है, जिससे खेतों और फसलों को नुकसान हो रहा है। कई ग्रामीण अपने खेतों के चारों ओर बिजली के तार बिछाकर सुरक्षा का प्रयास करते हैं, जो न केवल गैरकानूनी बल्कि अत्यंत खतरनाक भी है।
इस हादसे के बाद क्षेत्र में वन्यजीव संरक्षण को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की जा रही है। वन विभाग ने लोगों से अपील की है कि इस प्रकार के अवैध तरीके अपनाने से बचें और किसी भी वन्यजीव गतिविधि की सूचना तत्काल विभाग को दें, ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके।
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📍 मुख्य बिंदु:
घटना स्थल: केराखोल गांव, तमनार वन परिक्षेत्र, रायगढ़
मृत हाथी की उम्र: लगभग 7 वर्ष
घटना का कारण: खेत में बिछाए गए बिजली के करंट की चपेट में आना
जांच: तमनार व घरघोड़ा वन विभाग की संयुक्त टीम जांच में जुटी
कानूनी कार्रवाई: दोषियों की पहचान कर वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत कार्रवाई की तैयारी