वन विभाग का नया कारनामा! जिस वनभूमि पर महाजेनको को दी जंगल कटाई कीअनुमति… उसी पर जल सरंक्षण के नाम पर काम कराने का क्या औचित्य⁉️

सम्पादक अमरदीप चौहान/अमरखबर.कॉम रायगढ़। वन विभाग भी आये दिन लगातार नये नये कीर्तिमान स्थापित कर रहा है इसी क्रम में भ्रष्टाचार को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहने वाले वन विभाग रायगढ़ का नया कारनामा सामने आया है यहाँ विभाग द्वारा जिस वन भूमि को महाराष्ट्र पावर जनरेशन कंपनी महाजेनको को कोयला खनन हेतु जंगल कटाई की अनुमति दी है उसी जंगल में जल संरक्षण के नाम पर कंटूर बंड और मेडबंदी का काम कर लाखों का घोटाला किया गया है। जब वन विभाग द्वारा महाराष्ट्र की महाजैनको पावर जनरेशन कंपनी को जंगल कटाई कर कोयला खनन करने की अनुमति दे दी तो फिर जल संरक्षण के नाम पर उसी वन समुदाय अधिकार के पट्टे की भूमि में लाखों रूपए का काम करने की क्या जरूरत थी जो गांव वालों की समझ से परे है। ग्रामीणों द्वारा काम के नाम पर लाखों के घोटाले का अंदेशा जताया जा रहा है मूड़ागांव के पीतर सिंह सिदार ने अपने बयान में बताया की जो मुडागांव, ढोलनारा गांव के ग्रामीण कंटूर बंड एवं मिट्टी का सीपीटी का काम जनवरी 2024 में किये है उनका मजदूरी भुगतान आज पर्यंत नहीं किया गया है l वहीं जिस वन भूमि को खनन के लिए दिया गया है उसी पर जल सरंक्षण के नाम पर काम करवाए जाने की उच्च स्तरीय जांच की भी मांग ग्रामीणों ने करी है।