महावीर एनर्जी के खिलाफ ग्रामीण आक्रोशित, कहा- हवा से उड़ने वाली फ्लाई एश से जीना हुआ दुस्वार, कई गांव हो रहे प्रभावित
रायगढ़। जिले के घरघोड़ा ब्लाक के अंतर्गत आने वाले ग्राम भेंगारी में लगी महावीर एनर्जी की चिमनियों के अलावा उनकी गर्म राख के उड़ने से आसपास के रहवासियों का जीना दुभर हो गया। इस मामले में को लेकर कई बार गांव के लोगों ने प्रशासनिक अधिकारियों से गुहार लगाई लेकिन उनकी मांगों को अनसुना कर दिया गया। जिसके कारण अब नाराज ग्रामीण बड़ी संख्या में उद्योग के सामने धरने में बैठ गए हैं जिनमें बड़ी संख्या में आदिवासी महिलाएं भी शामिल है।
महावीर एनर्जी उद्योग के फैलते प्रदूषण तथा उद्योग से निकलने वाली फ्लाई एश के कारण ग्रामी भेंगारी सहित आसपास के आधा दर्जन गांव के लोग खासे परेशान है। चूंकि सुबह व शाम तेज हवाओं के साथ उड़ती फ्लाई एश से न केवल महिलाएं परेशान है बल्कि पूरे गांव के लोग उससे फैल रही बीमारी के अलावा पीने के पानी तक को तरस रहे हैं। बताया जा रहा है कि महावीर एनर्जी सभी नियम कानून को ताक में रखकर उद्योग से निकलने वाली राख को गांव के आसपास डंफरों के माध्यम से फेंकता है जिसके कारण ग्राम भेंगारी तथा आसपास के कई गांव इस फ्लाई एश के कहर से जूझते आ रहे हैं।
लगातार सांस व बीमारी से पीड़ित हो रहे ग्रामवासी
ग्रामवासियों ने छत्तीसगढ़ को बताया कि बीते तीन दिनों से वे महावीर एनर्जी उद्योग के सामने धरने में बैठे हुए है और इसकी जानकारी घरघोड़ा ब्लाक के प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा जिले के कलेक्टर को भी है लेकिन राजनीतिक दबाव के कारण इस उद्योग के खिलाफ कोई कार्रवाई नही की जा रही है। पीड़ित ग्रामीण बताते हैं कि हवा में उड़ती फ्लाई एश से सांस लेना भी दुभर हो गया है उनके पीने का पानी भी प्रदूषण होनें के साथ-साथ गांव के तालाब पर भी इसका खासा असर पड़ा है। गर्म राख के कारण बीमारी से कई लोग पीडित भी हैं जिन्हें प्राथमिक चिकित्सा के लिये अस्पताल भी भेजा गया है। फैलते प्रदूषण को रोकने के लिये कोई पहल नही होनें से अब गांव के लोग आरपार की लडाई लडने को तैयार है और उनका आंदोलन जब तक चलेगा जब तक उनकी मांगे प्रशासनिक अधिकारी पहल नही करेंगे।