बीएस स्पंज, सुनील इस्पात, अंजनी स्टील व सिंघल पर गिरेगी गाज, सिंचाई विभाग के ईई ने दी चेतावनी
सिंचाई विभाग के कार्यपालन अभियंता ने लिखा पत्र, नदी में अपशिष्ट बहता मिला, तो होगी कार्रवाई
रायगढ़। जिले में उद्योगों की मनमानी चरम पर है। उद्योगों से निकलने वाले अपशिष्ट नदी-नालों में बहा दिया जा रहा है, जिससे नदी-नाले का जल प्रदूषित हो रहा है। उसके बाद भी पर्यावरण व अन्य संबंधित विभाग इन उद्योगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। इससे लोगों में नाराजगी बढ़ती जा रही है। शहर के बीचों-बीच बहने वाली केलो नदी की दुर्दशा से शहरवासी काफी आक्रोशित हैं। वे लगातार संबंधित विभाग से इसकी शिकायत कर रहे हैं। लगातार मिल रही शिकायतों व केलो नदी में गंदगी व प्रदूषण को देखते हुए अब सिंचाई विभाग ने इन उद्योगों के खिलाफ कार्रवाई का मन बना लिया है। सिंचाई विभाग के ईई ने इन उद्योगों को पत्र लिखकर 15 दिन के अंदर शपथ पत्र प्रस्तुत करने के लिए कहा है। साथ ही अब यदि निरीक्षण के दौरान नदी में अपशिष्ट बहते पाए जाने पर संबंधित उद्योगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
उद्योगों से उत्सर्जित अपशिष्टों को केलो नदी में छोडऩे पर सिंचाई विभाग,रायगढ़ के ईई ने जिन उद्योगों को पत्र भेजे हैं, उनमें बी एस स्पंज, सिंघल इंटरप्राइजेज, सुनील इस्पात, अंजनी स्टील, सिंघल इनर्जी आदि हैं। पत्र में इन उद्योगों को 15 दिवस के अंदर शपथ पत्र प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है। ईई ने कहा है कि यदि निरीक्षण के दौरान प्रदूषित अपशिष्ट नदी-नालों में बहता पाया गया तो उद्योगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी, जिसके लिए वे स्वयं जिम्मेदार होंगे।