जिंदल कंपनी व शासनन- प्रशासन के अत्याचार के विरुद् गांव के आदिवासीयों ने किया जंग का ऐलान
संविधान की पांचवीं अनुसूची के तहत पेसा कानून का हो रहा उल्लंघन
रायगढ़। ग्राम गारे में जिंदल कंपनी व शासनन- प्रशासन के अत्याचार के विरुद् गांव के आदिवासीयों ने किया जंग का ऐलान-विगत् वर्ष 2023 से जिंदल कंपनी द्वारा ग्राम गारे खम्हरिया की दौ सौ एकड़ से अधिक भूमि को अवैध रुप से कब्जा कर बड़े पैमाने पर धड़ल्ले से कोयला निकालने का कार्य किया जा रहा है ।इसके साथ ही गांव के निस्तारी भूमी मरघट,चारागाह, व कृषकों के निजी कृषि भूमी में मलबा डालकर व गांव के क्षमता विहीन मार्ग पर भारी वाहनों के परिचालन से संपूर्ण क्षेत्र के लोग त्रस्त हैं।
उपरोक्त क्षेत्र में संविधान की पांचवीं अनुसूची के तहत पेसा कानून लागू है जिसका उलंघन शासन-प्रशासन व कंपनी प्रबंधन द्वारा किया जा रहा है।बिना ग्राम सभा के अनुमोदन से यहां निर्बाध गति से अवैध रुप से जिन्दल कंपनी के द्वारा कोयला निकाला जा रहा है।
समस्त गांव के प्रमुख महिला- पुरुषों ने अवैध खदान बंद कराने,क्षमता विहिन मार्ग में भारी वाहनों के परिचालन पर रोक लगाने,गाव की जमीन को मुक्त कराने कानूनी व जमीनी लड़ाई के लिए कल दिनांक 22जून को शंखनाद किया गया।
उपरोक्त बैठक में रायगढ़ के सामाजिक कार्यकर्ता जयंत बहिदार व राधेश्याम शर्मा भी उपस्थित थे।