एसकेएस प्लांट का फ्लाईऐश सक्ति जिले के लिए बन रहा अभिशाप , कंपनी पर पर्यावरण विभाग भी मेहरबान!
एसकेएस प्लांट रायगढ़ का वेस्ट राखड़ अब सक्ती जिले के लिए सिर दर्द बनता जा रहा है। चंद रुपयों की चाहत में खरसिया, रायगढ़ के कुछ राखड़ माफिया आबोहवा को दूषित करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। बता दें कि जिले के अधिकांश हिस्सों में राखड़ माफियाओं का अधिपत्य हो गया है, जहां भी खाली जगह या गड्ढे दिखे राखड़ माफियाओं को पैसे कमाने का एक जरिया दिख जाता है। कंपनियों को सख्त निर्देश हैं कि यत्र-तत्र राखड़ ना डालें, लेकिन पावर कंपनियां राखड़ खपाने के चक्कर में छोटे-छोटे वेंडर बना राखड़ का खेल करवा रही है। जुड़गा से देवरी नहर सड़क में इन दिनों राखड़ माफियाओं द्वारा अवैध डंपिंग का खेल खेला जा रहा है।
बता दें कि बैलाचुंवा के पास एसकेएस पावर प्लांट रायगढ़ का राखड़ बड़ी तादाद में डंप किया जा रहा है, वहीं राखड़ पूरी सड़क सहित अब नहर के पानी को भी दूषित कर रही है। इस संबंध में अमन नामक व्यक्ति का कहना है कि पर्यावरण विभाग की अनुमति से हम राखड़ डंप कर रहे हैं। वहीं सुरेश खट्टर जो कि एसकेएस प्लांट के अधिकारी हैं उनका कहना है कि प्लांट द्वारा किसी अमन नामक व्यक्ति को राखड़ डंपिंग का काम नहीं दिया गया है। साथ ही छोटे वेंडरों को अब कंपनी द्वारा राखड़ का काम नहीं दिया जा रहा है लेकिन इन सब के बीच सक्ती जिले में राखड़ का खेला बड़े पैमाने पर चल रहा है और एसकेएस कंपनी के ऊपर पर्यावरण विभाग बहुत ज्यादा मेहरबानी करते भी दिख रहा है।
बता दें कि बड़ी बड़ी ओवर लोड गाड़ियां चलने की वजह से करोड़ों की लागत से ग्रामीणों की सुविधाओं के लिए बनी नहर पार सड़क एक वर्ष के भीतर ही जर्जर हो गई, इस संबंध में लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों का कहना है कि ओवर लोड वाहनों के कारण सड़क खराब हो रही है जिसकी जिम्मेवारी हमारी नहीं हैं, वहीं ग्रामीण सड़क की जर्जर स्थिति और अवैध राखड़ डंप से आक्रोशित हैं। ग्रामीणों का कहना है कि अगर यह खेल बन्द नहीं हुआ तो उग्र आंदोलन करने के लिए हमें मजबूर होना पड़ेगा। वहीं पर्यावरण विभाग यह कहते हुए पल्ला झाड़ रहा है कि निजी भूमि स्वामी स्वयं राखड़ अपनी जमीन में डालने अनुमति दे रहे हैं तो इसमें हम क्या करें, हमसे जो भी दस्तावेज अनुमति मांगेगा हम देंगे।
क्या कहते हैं तोपनो
अवैध राखड़ के संबंध में जानकारी मिली है। इस संबंध में संबंधित प्लांट और पर्यावरण विभाग से जानकारी एकत्रित कर उचित कार्रवाई की जाएगी, साथ ही अवैध परिवहन और वाहनों के ओवर लोडिंग से सड़क खराब होने की स्थिति में जांच करा कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
अमृत विकास तोपनो, कलेक्टर सक्ति