उद्योग को लाभ पहुंचाने के लिए नियमो को दरकिनार कर रहे अधिकारी
उद्योग को लाभ पहुंचाने के लिए क्यों नियमो को दरकिनार कर रहे अधिकारी⁉️
रायगढ़ _ रायगढ़ कलेक्टर के निर्देश पर अनुविभागीय अधिकारी घरघोड़ा द्वारा ग्राम पंचायत खम्हरिया में जनसुनवाई हेतु समिति गठन कर भेजा लेकिन अधिकारियों द्वारा आदेश का पालन न करते हुए जनसुनवाई स्थल पर अनुपस्थित रहे, बता दे की उक्त जनसुनवाई रेलवे लाइन हेतु की जा रही थी लेकिन जनसुनवाई में नियुक्त जो अधिकारी कर्मचारी थे उनमें नेता एवं प्राइवेट कॉलेज के प्रोफेसर को नियुक्ति करना समझ से परे था अमूमन जनसुनवाई में जिला कलेक्टर कार्यालय एवं पर्यावरण विभाग के अधिकारियों का रहना आवश्यक रहता है परंतु यहां कोई भी शासकीय अधिकारी का ना रहना और जनसुनवाई सम्पन्न करने का प्रयास करना निश्चित रूप से एक बड़ा सवाल है!
खम्हरिया पंचायत छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के तमनार विकासखंड का गांव है और तमनार विकासखंड पेसा कानून क्षेत्र में आता है यहां किसी भी परियोजना चाहे वह सरकारी हो निजी हो या अर्ध शासकीय हो सभी में ग्राम सभा की सहमति लेना अनिवार्य है परंतु ग्राम सभा के नाम से लोगों को बिठाकर बिना किसी प्रशासनिक अधिकारी की उपस्थिति में जनसुनवाई का आयोजन करना कहीं ना कहीं संदेह को उत्पन्न कर रहा है सवाल यह है कि प्रशासनिक अधिकारी जनता की है या फिर कॉर्पोरेट घराने की यहां रेल लाइन के लिए इस तरह से गुपचुप तरीके से जनसुनवाई का आयोजन करना साफ तरीके से पेसा कानून का उल्लंघन करता है!!
अब सवाल यह उठता है कि क्या पेसा कानून क्षेत्र में इस तरह से इन कानून को तोड़ना सही है क्या किसी कंपनी या कोयला खदान से कोयला परिवहन के लिए रेल लाइन बिछाने के लिए संविधान के नियमों का उल्लंघन करना सही है!
क्या कहते हैं सरपंच
हमे अनुविभागीय अधिकारी घरघोड़ा द्वारा पंचायत में जन सुनवाई हेतु आदेश देकर बुलाया गया था समय दो बजे से चार बजे तक था परन्तु कोई भी जिम्मेदार अधिकारी नहीं पहुंचे इसलिए हम इस जनसुनवाई को निरस्त करना चाहते है।
क्या कहते है ग्रामीण
ग्रामीणों का कहना है कि हमें 2:00 बजे बुलाया गया था लेकिन 4:00 बजने के बाद भी कोई भी अधिकारी उपस्थित नहीं हुए सीएसपीडीसीएल के ही लोग आए हुए हैं और हम कंपनी को जमीन देना नहीं चाहते हैं क्योंकि पूर्व में ही अंतर राशि प्रभावित किसानों को नहीं मिला है!
क्या कहते हैं आर आई
आर आई साहब का कहना है कि मुझे मौखिक रूप से तहसीलदार द्वारा भेजा गया है और तहसीलदार के नहीं आने के कारण पूछने पर स्वास्थ्य खराब होने की बात कही जा रही है और उक्त जनसुनवाई के संबंध में अनभिज्ञता जाहिर करते हुए पूरी जानकारी नहीं दे पाए!