“QR कोड के साथ रोजगार दिवस : रायगढ़ में ग्रामीणों को मिला डिजिटल अधिकार”

एडिटर जर्नलिस्ट अमरदीप चौहान/अमरखबर.कॉम महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) के तहत आज रायगढ़ जिले की सभी ग्राम पंचायतों में प्रत्येक माह के 07 तारीख को रोजगार दिवस मनाया जाता है| इस अवसर पर जिला प्रशासन ने ग्रामीणों को ग्राम पंचायत भवनों में चस्पा किए गए QR कोड की उपयोगिता और कार्यप्रणाली के बारे में विस्तार से जानकारी दी। यह पहल छत्तीसगढ़ सरकार की डिजिटल इंडिया और सुशासन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसका उद्देश्य मनरेगा योजनाओं में पारदर्शिता बढ़ाना और ग्रामीणों को सशक्त बनाना है।
कार्यक्रम में लाइव डेमो के माध्यम से ग्रामीणों को दिखाया गया कि स्मार्टफोन के कैमरे से QR कोड स्कैन कर वे अपनी पंचायत में चल रहे मनरेगा कार्यों का विवरण जैसे उदाहरण के लिए, 2021-2025 के कार्यों का डेटा भी उपलब्ध है, जिससे ग्रामीण कार्य की स्थिति जैसे कार्य पूर्ण है अथवा प्रगतिरत है व्यय के साथ कार्यों की जानकारी आसानी से देख सकते हैं।

QR कोड की उपयोगिता: पारदर्शिता और सशक्तिकरण
सहायक परयोजना अधिकारी मनरेगा ने बताया कि QR कोड ग्रामीणों के लिए एक क्रांतिकारी उपकरण है, जो निम्नलिखित लाभ प्रदान करता है:-
पारदर्शिता: ग्रामीण अब स्वीकृत परियोजनाओं, उनके बजट और प्रगति की जानकारी तुरंत प्राप्त कर सकते हैं। इससे भ्रष्टाचार पर अंकुश लगेगा।
रोजगार जानकारी: जॉब कार्ड धारक अपने रोजगार के दिन, मजदूरी भुगतान (वर्तमान दर: ₹261/दिन), और बेरोजगारी भत्ता दावों की स्थिति देख सकते हैं।
डिजिटल समावेशन: हिंदी और छत्तीसगरी में उपलब्ध जानकारी ग्रामीणों, विशेषकर महिलाओं और युवाओं, के लिए सुलभ है ।
शिकायत निवारण: QR कोड के माध्यम से हेल्पलाइन और शिकायत पोर्टल तक पहुंच आसान, जिससे ग्रामीण अपनी समस्याएं तुरंत दर्ज कर सकते हैं।
ग्रामीणों में उत्साह, भविष्य की योजनाएं
रोजगार दिवस के इस आयोजन ने ग्रामीणों में नई जागरूकता पैदा की। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अभिजीत बबन पठारे ने कहा, “यह QR कोड तकनीक ग्रामीणों को सशक्त बनाने और मनरेगा को अधिक जवाबदेह बनाने का एक अनूठा प्रयास है। हमारा लक्ष्य हर ग्रामीण को डिजिटल रूप से जोड़ना है।”

रायगढ़ जिले में रोजगार दिवस का यह आयोजन न केवल मनरेगा के प्रति जागरूकता बढ़ाने में सफल रहा, बल्कि डिजिटल तकनीक के माध्यम से ग्रामीणों को सशक्त बनाने का एक जीवंत उदाहरण भी प्रस्तुत किया। जिला प्रशासन ने ग्रामीणों से अपील की कि वे QR कोड का अधिकतम उपयोग करें और अपनी पंचायत को मजबूत बनाएं।