आपसी रंजिश में हुई हत्या – तमनार पुलिस ने महज़ 24 घंटे में खोली गुत्थी

एडिटर जर्नलिस्ट अमरदीप चौहान/अमरखबर.कॉम रायगढ़, 3 अक्टूबर। तमनार थाना क्षेत्र में हुए सनसनीखेज़ हत्याकांड का खुलासा पुलिस ने बेमिसाल तफ्तीश और तत्परता से कर दिया है। खुदरीखार स्थित ब्रिक्स प्लांट के पास 1 अक्टूबर को मिले शव के मामले में तमनार पुलिस ने तकनीकी जांच और डॉग स्क्वॉड की मदद से मात्र 24 घंटे के भीतर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। इस कार्रवाई ने एक बार फिर साबित कर दिया कि पुलिस-प्रशासन की सख़्ती और टीमवर्क से कोई भी अपराध चाहे जितना पेचीदा क्यों न हो, देर तक छिपा नहीं रह सकता।सुबह निकला, रात तक घर नहीं लौटा – और फिर मिला शव1 अक्टूबर को सुबह सुखमन निषाद (47 वर्ष), निवासी कुंजेमुरा, रोज की तरह मवेशी चराने निकला था। परिजनों की मानें तो देर शाम तक वह लौटा नहीं, इसके बाद ग्रामीणों ने उसकी खोजबीन शुरू की। उसी दौरान आरोपी दशरथ राठिया के घर के पीछे, महुआ पेड़ के नीचे सुखमन का शव मिला। मृतक की नाक-मुंह से खून बहा हुआ था और गले में गमछा लिपटा हुआ था, ऐसे में ग्रामीणों ने तत्काल हत्या की आशंका जताई।मामले की गंभीरता को देखते हुए मृतक के भाई शिवचरण निषाद ने 2 अक्टूबर की सुबह थाना तमनार पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने तुरंत मर्ग कायम करते हुए जांच शुरू की और एफएसएल टीम व डॉग स्क्वॉड को मौके पर बुलाया। पुलिस डॉग सीधे आरोपी दशरथ राठिया (47 वर्ष), निवासी खुदरीखार, की ओर गया, जिससे शक और भी गहरा गया।पुलिस जांच में खुला दोस्ती के पीछे छिपा विवादतफ्तीश के दौरान सामने आया कि मृतक और आरोपी पुराना परिचित थे। दोनों साथ बैठकर नशा करते थे और सब्जी की खेती में साझेदारी भी कर रहे थे। घटना के दिन दोनों के बीच किसी पुराने हिसाब-किताब या आपसी विवाद को लेकर झगड़ा हुआ। आरोपी ने गुस्से में गमछा लपेटकर सुखमन निषाद का गला घोंट दिया। इसके बाद शव को अपने घर के पीछे महुआ पेड़ के नीचे फेंक दिया। पूछताछ में स्वयं आरोपी ने अपराध स्वीकार किया।अपराध पंजीबद्ध, आरोपी रिमांड परपुलिस ने आरोपी दशरथ राठिया के खिलाफ अपराध क्रमांक 226/2025 धारा 103(1) भारतीय न्याय संहिता (BNS) के तहत हत्या का प्रकरण दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी को न्यायालय में पेश कर रिमांड पर भेजा गया।पुलिस की टीमवर्क से सुलझा बड़ा मामलाहत्या की गुत्थी सुलझाने में पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल के दिशा-निर्देशन और साइबर सेल डीएसपी अनिल विश्वकर्मा के मार्गदर्शन की अहम भूमिका रही। वहीं तमनार थाना प्रभारी निरीक्षक कमला पुसाम ठाकुर ने पूरी जांच की अगुवाई की। इस पूरी सफलता में प्रधान आरक्षक हेम प्रकाश सोन, बनारसी सिदार, आरक्षक पुष्पेंद्र सिदार, अमरदीप एक्का, शशि भूषण उरांव, डोल नारायण सिदार और संजय नेताम की मेहनत भी उल्लेखनीय रही