रायगढ़ में नशीली दवाओं की तस्करी का पर्दाफाश: छत्तीसगढ़-झारखंड सीमा से व्यापक सप्लाई नेटवर्क सक्रिय

एडिटर जर्नलिस्ट अमरदीप चौहान/अमरखबर.कॉम रायगढ़। जिला पुलिस ने नशीली दवाओं के अवैध कारोबार पर बड़ी कार्रवाई करते हुए लैलूंगा क्षेत्र में एक प्रमुख सप्लायर महिला को गिरफ्तार किया है, जिससे यह खुलासा हुआ है कि छत्तीसगढ़ में नशीली दवाओं की तस्करी का बड़ा नेटवर्क झारखंड समेत आसपास के राज्यों से जुड़े अपराधियों द्वारा संचालित है। पुलिस के अनुसार यह नेटवर्क प्रतिबंधित कफ सिरप, कैप्सूल और इंजेक्शन की सप्लाई करता है, जो युवाओं में तेजी से नशे का कारण बन रहे हैं।

मुखबिर की सूचना पर की गई छापेमारी में दुर्गापुर लारीपानी निवासी तिलोत्तमा यादव को गिरफ्तार किया गया, जबकि उसका पति फरार है। तलाशी में भारी मात्रा में नशीली दवाएं और ₹8.40 लाख की नगदी बरामद हुई। पुलिस अधीक्षक दिव्यांग कुमार पटेल ने बताया कि यह कार्रवाई एक व्यापक मादक पदार्थ सप्लाई नेटवर्क का हिस्सा है, जिसका केंद्र सीमावर्ती इलाके और पड़ोसी राज्यों के मिलकर संचालित होता है।

अधिकारियों के मुताबिक झारखंड से ट्रेन और सड़क मार्ग के जरिए नशीली कफ सिरप और अन्य प्रतिबंधित दवाओं का इन जिलों में भंडारण और बिक्री होती है। इसी तरह की तस्करी के अन्य मामले भी सामने आ चुके हैं, जिनमें बिलासपुर और महासमुंद क्षेत्र से भी प्रतिबंधित दवाओं के सप्लायर गिरफ्तार हुए हैं। पुलिस की जांच में पता चला है कि तस्कर ट्रेन को सस्ता और सुविधाजनक साधन मानकर दवाओं की सप्लाई करते हैं, जबकि संरक्षण के लिए स्थानीय छोटे गुर्गे भी सक्रिय हैं।

रायगढ़ पुलिस इस नेटवर्क के अन्य गुमशुदा सदस्यों की तलाश कर रही है, जबकि तस्करों की व्हाट्सएप वार्ताओं और आर्थिक लेनदेन पर कड़ी नजर रख रही है। इससे पहले रायपुर पुलिस ने भी अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स सप्लाई के बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है, जिसमें पाकिस्तान से आने वाली हेरोइन सहित अन्य नशीली दवाएं शामिल थीं।

पुलिस ने कहा कि तस्करों के खिलाफ सख़्त और निरंतर कार्रवाई जारी रहेगी ताकि नशीली दवाओं का काला कारोबार जड़ से समाप्त किया जा सके।
यह कार्रवाई रायगढ़ पुलिस के एसपी दिव्यांग कुमार पटेल, एसडीओपी सिद्धांत तिवारी और स्थानीय थाना प्रभारी रोहित बंजारे के सहयोग से हुई, जिसमें जांच टीम के सदस्यों ने बड़ी भूमिका निभाई।
यह रिपोर्ट रायगढ़ के नशा तस्करी के व्यापक नेटवर्क पर पुलिस की सतत कार्रवाई और क्षेत्रीय-राज्यीय आपूर्ति चैनलों की जांच की गहन पड़ताल प्रस्तुत करती है।