रायगढ़ में अमृत सरोवरों पर “स्वच्छता ही सेवा स्वच्छोत्सव 2025” के तहत सामूहिक श्रमदान का भव्य आयोजन

एडिटर जर्नलिस्ट अमरदीप चौहान/अमरखबर.कॉम रायगढ़, 25 सितंबर 2025: स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत राज्य कार्यालय आयुक्त, महात्मा गांधी नरेगा, श्री तारण प्रकाश सिन्हा के विशेष निर्देश पर 17 सितंबर से 2 अक्टूबर 2025 तक “स्वच्छता ही सेवा अभियान” का आयोजन पूरे उत्साह के साथ किया जा रहा है। इस अभियान के तहत आज, 25 सितंबर 2025 को रायगढ़ जिले के 102 अमृत सरोवर स्थलों पर “स्वच्छता ही सेवा स्वच्छोत्सव” थीम के अंतर्गत “एक दिन, एक घंटा, एक साथ स्वच्छता श्रमदान” राष्ट्रीय अभियान का भव्य आयोजन किया गया। इस अवसर पर जिले भर में सामूहिक स्वच्छता श्रमदान के माध्यम से अमृत सरोवरों को स्वच्छ और सुंदर बनाने का संकल्प लिया गया।
जिला प्रशासन और नरेगा का प्रभावी नेतृत्व
इस अभियान का संचालन जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी (सीईओ) के मार्गदर्शन में हुआ, जिसमें सहायक परियोजना अधिकारी (नरेगा) श्री राजेश शर्मा के कुशल नेतृत्व ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। श्री शर्मा के मार्गदर्शन में सभी अमृत सरोवर स्थलों पर स्वच्छता कार्य को व्यवस्थित और प्रभावी ढंग से अंजाम दिया गया। इस आयोजन में सरपंच, सचिव, तकनीकी सहायक, रोजगार सहायक, महिला समूहों के सदस्य और ग्रामवासियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया, जिससे यह अभियान एक जन-आंदोलन का रूप ले सका।

सामूहिक श्रमदान: स्वच्छता का उत्सव
“एक दिन, एक घंटा, एक साथ” की भावना के साथ आयोजित इस राष्ट्रीय अभियान में अमृत सरोवर स्थलों पर सामूहिक श्रमदान के माध्यम से स्वच्छता कार्य किए गए। प्रतिभागियों ने सरोवर परिसरों की साफ-सफाई, कचरा निस्तारण और पर्यावरण संरक्षण के लिए एकजुट होकर कार्य किया। ग्रामवासियों ने न केवल सरोवरों को स्वच्छ किया, बल्कि जल संरक्षण और पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता भी दोहराई। इस दौरान स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए प्रेरक संदेश, जैसे “स्वच्छता अपनाएं, स्वस्थ जीवन पाएं” और “अमृत सरोवर: स्वच्छता और समृद्धि का आधार”, ग्रामवासियों के बीच प्रसारित किए गए।
महिला समूहों और ग्रामवासियों की सक्रिय भागीदारी
इस अभियान में महिला समूहों की सक्रिय भागीदारी विशेष रूप से उल्लेखनीय रही। उन्होंने स्वच्छता के प्रति अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभाया और अन्य ग्रामवासियों को भी प्रेरित किया। सरपंचों और सचिवों ने अपने नेतृत्व कौशल से इस आयोजन को व्यवस्थित रूप प्रदान किया, जबकि तकनीकी सहायकों और रोजगार सहायकों ने ग्रामीणों को तकनीकी मार्गदर्शन प्रदान कर श्रमदान को प्रभावी बनाया। ग्रामवासियों ने इस अभियान को एक उत्सव के रूप में मनाया और सामूहिकता के साथ स्वच्छता के प्रति अपने दायित्व को पूरा किया।

स्वच्छता संदेश: एक स्वच्छ और समृद्ध भारत की ओर
सहायक परियोजना अधिकारी श्री राजेश शर्मा ने इस अवसर पर कहा, “स्वच्छता केवल एक कार्य नहीं, बल्कि एक जीवनशैली है। अमृत सरोवर जैसे महत्वपूर्ण जल संसाधनों को स्वच्छ रखना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है। यह अभियान न केवल पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देता है, बल्कि ग्रामीण समुदायों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता और सामुदायिक एकता को भी मजबूत करता है।”
इस अभियान के दौरान प्रसारित स्वच्छता संदेशों ने ग्रामवासियों को अपने परिवेश को स्वच्छ और स्वस्थ रखने के लिए प्रेरित किया। “स्वच्छता से समृद्धि” और “अमृत सरोवर, हमारी धरोहर” जैसे संदेशों ने लोगों में पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी की भावना को और गहरा किया।
आगे की राह: स्वच्छ भारत का संकल्प
जिला प्रशासन ने इस अभियान को निरंतरता प्रदान करने की योजना बनाई है। आगामी दिनों में स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण के लिए और अधिक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। यह अभियान स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत ग्रामीण भारत को स्वच्छ, स्वस्थ और समृद्ध बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
रायगढ़ जिले के 102 अमृत सरोवरों पर आयोजित “स्वच्छता ही सेवा स्वच्छोत्सव 2025” का यह श्रमदान अभियान न केवल स्वच्छता के प्रति जागरूकता का प्रतीक बना, बल्कि सामुदायिक एकता और सहभागिता का एक जीवंत उदाहरण भी प्रस्तुत किया। इस तरह के आयोजन ग्रामीण भारत में स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण के प्रति एक नई चेतना जागृत करने में सक्षम हैं। यह अभियान निश्चित रूप से स्वच्छ भारत के सपने को साकार करने की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगा।