सात दशक बाद भी डाकडही में पुल का इंतज़ार, ग्रामीणों की जान पर बन आया खतरा

एडिटर जर्नलिस्ट अमरदीप चौहान/अमरखबर.कॉम आज़ादी के 75 साल पूरे होने के बाद भी ग्राम पंचायत देवगढ़ के आश्रित ग्राम डाकडही के लोग मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। गाँव में आज तक ऐसा मज़बूत पुल नहीं बन पाया जिसके सहारे ग्रामीण सुरक्षित तरीके से नाला पार कर सकें। मजबूरी में गाँववालों ने लकड़ी का अस्थायी पुल तैयार किया है और उसी के सहारे हर रोज़ बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएँ अपनी जान जोखिम में डालकर इस रास्ते से गुजरते हैं।
ग्रामीणों की बड़ी समस्या
डाकडही तक पहुँचने का मुख्य मार्ग नाले से होकर गुजरता है। बारिश के मौसम में यह नाला और खतरनाक हो जाता है। तेज़ बहाव में लकड़ी का बना अस्थायी पुल कई बार बह चुका है, जिससे ग्रामीण फँस जाते हैं और दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है। गाँव के लोगों का कहना है कि बच्चों को स्कूल ले जाना, मरीज़ों को अस्पताल पहुँचाना और रोज़मर्रा का आना-जाना बहुत कठिन हो गया है।

बारिश के दिनों में डूब जाता है यह पूल यहाँ के ग्रामीणों ने बताया की बारिश के दिनों में यह लकड़ी का पूल पानी के नीचे आ जाता है और दिखाई ही नहीं देता तब लोगों की समस्याएँ और अधिक बढ़ जाती है।
सरकारी योजनाएँ और हकीकत
सरकार की तरफ से प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, ग्रामीण अवसंरचना विकास योजना और नालों/पुलों के लिए अलग बजट जैसी कई योजनाएँ वर्षों से संचालित हैं। इनका उद्देश्य ग्रामीण अंचलों को सड़कों और पुलों से जोड़ना है ताकि हर गाँव तक सुरक्षित और आसान पहुँच सुनिश्चित हो सके। लेकिन ज़मीनी हकीकत यह है कि डाकडही जैसे गाँव अब भी बुनियादी ढाँचों से वंचित हैं। योजनाओं के कागज़ी दावों और घोषणाओं के बावजूद ग्रामीणों तक सुविधा नहीं पहुँची है।

सोशल मीडिया पर उठी आवाज़
आधुनिक संचार माध्यमों ने ग्रामीणों को अपनी बात सीधे सरकार तक पहुँचाने का रास्ता दिया है। डाकडही और आसपास के लोग लगातार सोशल मीडिया पर सड़क और पुल की माँग उठा रहे हैं। लोगों की शिकायत है कि जिला प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से बार-बार आग्रह करने के बाद भी अब तक ठोस कदम नहीं उठाया गया।
खतरे के साए में गाँव
इस लकड़ी के पुल से नाले को पार करना हर दिन किसी संकट से कम नहीं। कई बार लोग फिसल चुके हैं, बच्चे गिरने से बाल-बाल बचे हैं और ग्रामीणों को डर है कि कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना घट सकती है। गाँववालों का कहना है कि जब तक मज़बूत पुल का निर्माण नहीं होगा, तब तक हर दिन उनकी ज़िंदगी खतरे में रहेगी।

ग्रामीणों की अपील
गाँववाले सरकार और प्रशासन से जल्द से जल्द मज़बूत पुल और पक्की सड़क बनाए जाने की अपील कर रहे हैं। उनका कहना है कि अगर योजनाओं का लाभ सच्चे मायनों में ग्रामीणों तक पहुँचना है तो डाकडही जैसे गाँव को प्राथमिकता मिलनी चाहिए।
सहयोगी सिकंदर चौहान के साथ जर्नलिस्ट अमरदीप चौहान की रिपोर्ट