घरघोड़ा की सड़कें बनीं रफ्तार का अड्डा, त्योहारों से पहले सतर्कता जरूरी

एडिटर जर्नलिस्ट अमरदीप चौहान/अमरखबर.कॉम घरघोड़ा : नगर की सड़कें इन दिनों तेज रफ्तार बाइकबाजों के आतंक से खौफजदा हैं। बेतहाशा रफ्तार में फर्राटा भरते ये मनचले न सिर्फ यातायात नियमों को धत्ता बता रहे हैं, बल्कि आमजन की जान व सुरक्षा को भी खतरे में डाल रहे हैं। स्थिति यह है कि सड़क पार करने वाले बुजुर्ग, स्कूली बच्चे और आम लोग हर रोज डर के साए में सफर करने को मजबूर हैं।
नियमों की धज्जियां व खतरे में मासूम जान
नगरवासी बताते हैं कि बाइकबाज सार्वजनिक स्थानों और भीड़भाड़ वाले इलाकों में धड़ल्ले से तेज रफ्तार वाहन चला रहे हैं। हेलमेट न पहनना, डबल-ट्रिपल सवारी और तेज हॉर्न बजाना आम बात हो गई है। खासकर स्कूल समय पर सड़कों पर हालात और भी खतरनाक हो जाते हैं, जिससे बच्चों की सुरक्षा संदिग्ध हो गई है।
पुलिस की उदासीनता से बढ़ा हौसला
लोगों का कहना है कि पुलिस की ढिलाई ने इन तेज रफ्तार वाहन चालकों के हौसले को और बुलंद कर दिया है। न चेकिंग, न चालानी कार्रवाई — नतीजा यह है कि सड़कें बेखौफ बाइकबाजों का अड्डा बन चुकी हैं। यदि अब भी सख्ती नहीं बरती गई तो यह हालात त्योहारों के दौरान भीड़भाड़ वाले दिनों में बड़ी दुर्घटनाओं का कारण बन सकते हैं।
त्योहारों से पहले फौरन कदम जरूरी
त्योहारों का मौसम नजदीक है और इस समय बाजारों व सड़कों पर भीड़ स्वाभाविक रूप से बढ़ जाएगी। ऐसे में पुलिस की जिम्मेदारी और बढ़ जाती है कि वह चौकन्ना रहे। नगरवासियों ने साफ कहा है कि यदि रफ्तार के इन दीवानों पर अंकुश नहीं लगाया गया तो शहर के लोग असुरक्षा की स्थिति में रहेंगे।
मुख्य चौराहों और स्कूल-महाविद्यालयों के आसपास नियमित पुलिस गश्त
हेलमेट और यातायात नियम उल्लंघन पर चालानी कार्रवाई
त्योहारों के दिनों में सख्त यातायात व्यवस्था
बाइक स्टंट और अवैध रेसिंग करने वालों पर तत्काल एफआईआर
नगर के लोगों का कहना है कि घरघोड़ा की सड़कों को फिर से सुरक्षित व भयमुक्त बनाने के लिए पुलिस को तुरंत सख्त कदम उठाने होंगे। त्योहारों की भीड़ और रौनक तभी सार्थक होगी जब आमजन बेखौफ होकर घर से निकल सकें और अपने परिवार को सुरक्षित देख सकें।
सहयोगी सिकंदर चौहान के साथ जर्नलिस्ट अमरदीप चौहान