लापरवाही की सड़कों पर मौत का तांडव, दो युवकों की जान पर बनी

एडिटर जर्नलिस्ट अमरदीप चौहान/अमरखबर.कॉम छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले की सड़कें एक बार फिर लापरवाही और तेज रफ्तार के शिकार हो गईं। अलग-अलग सड़क हादसों में दो युवकों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि एक अन्य घायल है। पहली घटना में पिकअप चालक की लापरवाही ने बाइक सवार खीतेश साव की जिंदगी छीन ली, तो दूसरी में राष्ट्रीय राजमार्ग पर खड़े ब्रेकडाउन ट्रक से टक्कर ने नरेश कुमार कश्यप को काल के गाल में समेट लिया। ये हादसे न केवल परिवारों के लिए कोहराम मचा रहे हैं, बल्कि सवाल भी खड़े कर रहे हैं—कब तक ये सड़कें मौत का सौदा करती रहेंगी?
पहली घटना तमनार थाना क्षेत्र के जिंदल पावर प्लांट के पास कल शाम चार बजे की है। मिली जानकारी के मुताबिक, खीतेश साव (उम्र अज्ञात), जो अपने साढू के बेटे थे, प्लांट की ओर बाइक (जीजे 12 बीएम 8877) पर जा रहे थे। तभी हंकराडीपा की दिशा से आते एक पिकअप ने तेज और लापरवाही भरी ड्राइविंग करते हुए उन्हें जोरदार ठोकर मार दी। शोभाराम साव ने तमनार थाने में शिकायत दर्ज कराते हुए बताया कि हादसे का शोर सुनकर वे गेट नंबर दो के पास पहुंचे, तो खीतेश सड़क पर गिरे पड़े थे। उनके सिर, चेहरे और पेट पर गंभीर चोटें थीं। मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने पिकअप चालक की लापरवाही का जिक्र किया। घायल खीतेश को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन चिकित्सकों ने प्राथमिक जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया।
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। खीतेश का परिवार अब न्याय की आस लगाए बैठा है। तमनार पुलिस ने शिकायत के आधार पर पिकअप चालक के खिलाफ मोटर व्हीकल एक्ट की धारा 184 और 106(1) के तहत मामला दर्ज कर लिया है। आरोपी की तलाश जारी है, और पुलिस आगे की कार्रवाई में जुट गई है। यह घटना जिले की व्यस्त सड़कों पर वाहन चालकों की लापरवाही को एक बार फिर उजागर करती है, जहां छोटी सी चूक किसी की जिंदगी उजाड़ सकती है।

इसी क्रम में दूसरी घटना बीती रात करीब नौ बजे भूपदेवपुर थाना क्षेत्र के ग्राम कांशीचुंआ के पास एनएच-49 पर घटी। रायगढ़ से अपने गांव लौट रहे दो युवक—नरेश कुमार कश्यप (30 वर्ष, पिता राधेलाल कश्यप, निवासी घिवरा, थाना बिर्रा, जिला शक्ति) और कन्हैया कश्यप—बाइक पर सवार थे। अचानक सड़क किनारे ब्रेकडाउन अवस्था में खड़े ट्रक (सीजी 04 एटी 4129) से उनकी बाइक जा टकराई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि नरेश की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई, जबकि पीछे बैठे कन्हैया गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें तुरंत खरसिया अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज जारी है।
स्थानीय लोगों के अनुसार, ट्रक की खराब स्थिति और उसकी अचानक उपस्थिति ने हादसे को आमंत्रित किया। दोनों युवक रायगढ़ से शक्ति जिले के अपने गांव की ओर लौट रहे थे, जब यह विपत्ति टूट पड़ी। भूपदेवपुर पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है। ट्रक चालक या संबंधित पक्षों पर अभी कोई कार्रवाई नहीं हुई है, लेकिन घटना स्थल पर पहुंची टीम ने वाहन को जब्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
ये दोहरी घटनाएं रायगढ़ की सड़कों पर सुरक्षा के ढांचे पर सवालिया निशान लगा रही हैं। ब्रेकडाउन वाहनों की तत्काल हटाने की व्यवस्था, पिकअप जैसे भारी वाहनों पर सख्त निगरानी, और चालकों के लिए जागरूकता अभियान—ये सब अब अनिवार्य हो चुके हैं। जिला प्रशासन और यातायात विभाग को चाहिए कि वे इन मौतों को व्यर्थ न जाने दें। परिवारों के आंसू सड़क सुरक्षा की नई नीति का आधार बनें, ताकि आने वाले कल में ऐसी त्रासदी न दोहराए। पुलिस दोनों मामलों में न्याय सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन सवाल वही है—कब तक?