रात के साये में दंतैल हाथी का खौफ: रायगढ़ की सड़कों पर मंडराता खतरा!

सम्पादक जर्नलिस्ट अमरदीप चौहान/अमरखबर.कॉम रायगढ़ जिले में रात का अंधेरा अब सिर्फ सन्नाटा नहीं लाता, बल्कि एक खतरनाक मेहमान भी साथ लाता है—एक दंतैल हाथी, जो पिछले तीन दिनों से रात होते ही तमनार मार्ग पर बरलिया से राटरोट-कसडोल के बीच सड़क पर उतर आता है। सायं ढलते ही इस विशालकाय जानवर की मौजूदगी ने न सिर्फ आवागमन को ठप कर दिया, बल्कि इलाके के लोगों के दिलों में दहशत का साया फैला दिया है। क्या है इस दंतैल हाथी का रहस्य? क्यों बार-बार सड़क पर आ रहा है ये जंगली मेहमान?
जानकारी के मुताबिक, रायगढ़ के घने जंगलों में इन दिनों 10 हाथियों का एक दल विचरण कर रहा है। ये दल दिनभर जंगल में रहता है, लेकिन जैसे ही रात का पहर शुरू होता है, एक दंतैल हाथी जंगल से निकलकर सड़क पर कब्जा जमा लेता है। इसकी वजह से वाहनों की आवाजाही घंटों तक रुक जाती है, और लोग डर के मारे इस मार्ग से गुजरने से कतराने लगे हैं। स्थानीय लोग बताते हैं कि जंगल में हाथियों की मौजूदगी कोई नई बात नहीं, लेकिन सड़क पर इस तरह का दुस्साहस पहले कभी नहीं देखा गया।
“पहले तो ऐसा कभी नहीं हुआ। पिछले तीन-चार दिन से ये दंतैल हाथी रात होते ही सड़क पर आ जाता है। अब तो शाम के बाद इस रास्ते से निकलना मुश्किल हो गया है,” एक स्थानीय निवासी ने बताया।
इस हाथी दल ने भैसगढ़ी गांव में किसानों की फसलों को भी तहस-नहस कर दिया है। खेतों में बर्बादी और सड़कों पर खौफ—आखिर ये हाथी क्या चाहता है? क्या ये सिर्फ भोजन की तलाश में भटक रहा है, या फिर सड़क के पार कुछ ऐसा है जो इसे सड़क की ओर खींच रहा है?
स्थानीय लोग अब सवाल उठा रहे हैं—क्या वन विभाग इस खतरे को गंभीरता से ले रहा है? क्या इस दंतैल के सड़क पर आने की कोई खास वजह है? और सबसे बड़ा सवाल, क्या ये दहशत सिर्फ शुरुआत है?
रात के सन्नाटे में सड़क पर गूंजती दंतैल की चिंघाड़ और जंगल से निकलता उसका विशाल साया अब क्षेत्र के लोगों के लिए एक अनसुलझा सस्पेंस बन चुका है। क्या वन विभाग इस रहस्य को सुलझा पाएगा, या ये खौफ बढ़ता ही जाएगा? फिलहाल, रायगढ़-तमनार की सड़कें रात होते ही सुनसान हो रही हैं, और लोग सांस थामे इंतजार कर रहे हैं—!