कोयला व्यवसायी के बेटे को जान से मारने की धमकी, कार को मारी टक्कर: छत्तीसगढ़ में बढ़ती आपराधिक घटनाएं चिंताजनक

सम्पादक जर्नलिस्ट अमरदीप चौहान/अमरखबर.कॉम बिलासपुर, 05 अगस्त 2025: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में कोयला व्यवसायी और उद्योगपति प्रवीण झा के बेटे दिव्यांश झा को जान से मारने की धमकी और उनकी कार को टक्कर मारने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। इस घटना ने राज्य में बढ़ती आपराधिक गतिविधियों और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं। पुलिस ने कार नंबर के आधार पर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है, लेकिन इस तरह की घटनाओं का लगातार बढ़ना चिंता का विषय बन रहा है।
प्रवीण झा, जो रामा वर्ल्ड में रहते हैं, एक जाने-माने कोयला व्यवसायी और उद्योगपति हैं। उनका कार्यालय तारबाहर में और कोल वाशरी घुटकू के पास स्थित है। सोमवार शाम को उनका बेटा दिव्यांश ऑफिस का काम निपटाकर अपनी कॉलोनी की ओर लौट रहा था। रास्ते में एक नीली कार ने उनकी गाड़ी को ओवरटेक कर रुकने का इशारा किया। दिव्यांश ने ड्राइवर को गाड़ी रोकने का निर्देश दिया। नीली कार सवार युवक ने शीशा नीचे कर हर महीने “खर्चा” देने की मांग की और मना करने पर जान से मारने की धमकी दी।
धमकी के बाद स्थिति और बिगड़ गई जब आरोपी ने दिव्यांश की कार को टक्कर मारने की कोशिश की। ड्राइवर ने गाड़ी को तेजी से आगे बढ़ाकर बचाने की कोशिश की, लेकिन इस दौरान कार को साइड से टक्कर लगी, जिससे वाहन क्षतिग्रस्त हो गया। दिव्यांश ने किसी तरह बचकर घर पहुंचकर परिवार को घटना की जानकारी दी और सिरगिट्टी थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने कार नंबर के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
यह घटना छत्तीसगढ़ में हाल के महीनों में बढ़ती आपराधिक गतिविधियों का हिस्सा है। हाल ही में बिलासपुर में ही एक सराफा व्यवसायी को झारखंड के जामताड़ा से नक्सलियों की ओर से लूटपाट की धमकी मिली थी, जिसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की थी। इसके अलावा, राज्य के विभिन्न हिस्सों में ऑनलाइन सट्टा रैकेट, मारपीट, और दहेज उत्पीड़न जैसी घटनाएं भी सामने आई हैं। उदाहरण के लिए, सरगुजा जिले में हाल ही में एक बड़े ऑनलाइन सट्टा गिरोह का भंडाफोड़ हुआ, जिसमें 15 करोड़ रुपये के लेनदेन का खुलासा हुआ।
इस तरह की घटनाएं न केवल आम नागरिकों के लिए बल्कि व्यवसायियों और उद्योगपतियों के लिए भी खतरा बन रही हैं। बिलासपुर जैसे औद्योगिक और व्यापारिक रूप से महत्वपूर्ण शहर में ऐसी घटनाएं कानून-व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठाती हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि उगाही और धमकी जैसे अपराधों में वृद्धि संगठित अपराधी गिरोहों की सक्रियता को दर्शाती है। स्थानीय पुलिस की त्वरित कार्रवाई के बावजूद, अपराधियों की गिरफ्तारी में देरी और सुरक्षा व्यवस्था में कमी चिंता का विषय है।
सिरगिट्टी थाना प्रभारी ने बताया कि शिकायत के आधार पर अज्ञात आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 506 (आपराधिक धमकी) और 427 (संपत्ति को नुकसान पहुंचाने) के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस सीसीटीवी फुटेज और कार नंबर के आधार पर आरोपी की पहचान करने में जुटी है। साथ ही, पीड़ित और उनके परिवार को सुरक्षा प्रदान करने के लिए अलर्ट जारी किया गया है।
इस घटना के बाद बिलासपुर के व्यापारी समुदाय में डर का माहौल है। स्थानीय व्यापारी संगठनों ने पुलिस प्रशासन से कड़ी कार्रवाई और सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है। उनका कहना है कि इस तरह की घटनाएं व्यवसायिक गतिविधियों और शहर की छवि को नुकसान पहुंचा रही हैं।
छत्तीसगढ़ में कोयला उद्योग अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, और बिलासपुर जैसे शहर इस उद्योग के केंद्र हैं। व्यवसायियों को निशाना बनाकर की जा रही आपराधिक गतिविधियां न केवल व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरे में डालती हैं, बल्कि राज्य की आर्थिक प्रगति को भी प्रभावित कर सकती हैं। सरकार और पुलिस प्रशासन को ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है, जिसमें संगठित अपराध पर नकेल कसना और सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करना शामिल है।
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