बैग-यूनिफॉर्म केवल सामान नहीं शिक्षा की यात्रा के साथी हैं: सिंह

सम्पादक जर्नलिस्ट अमरदीप चौहान/अमरखबर.कॉम
2 अगस्त 2025 को रोटरी क्लब ऑफ रायगढ़ स्टील सिटी ने शासकीय प्राथमिक विद्यालय, बरपाली संकुल केंद्र कुलबा में एक सामाजिक सेवा कार्यक्रम का आयोजन किया। कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी (CSR) शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, क्योंकि यह सामाजिक विकास और समावेशी प्रगति का आधार है। इस अवसर पर क्लब ने बच्चों को शिक्षा के महत्व को समझाते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए प्रेरित किया और आवश्यक सामग्री प्रदान करी। यह प्रशंसनीय कार्य रोटरी क्लब ऑफ रायगढ़ स्टील सिटी ने अपनी कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी (CSR) पहल के तहत किया।
कार्यक्रम की शुरुआत में क्लब अध्यक्ष कमलेश अग्रवाल ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा जीवन में प्रगति का द्वार खोलती है और शिक्षा ही प्रगति का आधार है। उनकी बातों को बच्चों ने उत्साह के साथ सुना। रोटेरियन चेयरमैन प्रीतपाल सिंह टूटेजा ने इस मौके को क्लब के लिए गर्व का क्षण बताया और इस अवसर को क्लब की CSR प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा, “स्कूल बैग, यूनिफॉर्म और जूते सिर्फ वस्तुएं नहीं, बल्कि शिक्षा की राह में बच्चों के सच्चे साथी हैं।” उन्होंने बच्चों से मेहनत से पढ़ाई करने और अपने सपनों को साकार करने का आह्वान किया।
कार्यक्रम के अंत में बच्चों को स्कूल बैग, यूनिफॉर्म और जूते वितरित किए गए। कार्यक्रम की सफलता में अध्यक्ष कमलेश अग्रवाल, चेयरमैन प्रीतपाल सिंह टूटेजा, सचिव डॉ. सतीश अग्रवाल, रोटेरियन मनोज बंसल, नरेश अग्रवाल, सुशील जिंदल, सुनील डालमिया, गाँव के गणमान्य नागरिक, मिडिल स्कूल के प्रधान पाठक रोहित सिदार, प्राथमिक स्कूल के प्रधान पाठक पद्मलोचन पटेल, स्कूल स्टाफ और बच्चों का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
रोटरी क्लब ने इस आयोजन के माध्यम से शिक्षा और सामाजिक सेवा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को फिर से दोहराया।
सीएसआर का शिक्षा में महत्व
शिक्षा तक पहुंच बढ़ाना: सीएसआर पहल के तहत कंपनियां और संगठन ग्रामीण और वंचित क्षेत्रों में स्कूलों का निर्माण, स्कूल बैग, यूनिफॉर्म, किताबें, साइकिल और अन्य संसाधन प्रदान करके शिक्षा तक पहुंच को आसान बनाती हैं। यह उन बच्चों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है जो आर्थिक तंगी के कारण पढ़ाई से वंचित रह जाते हैं।
गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को बढ़ावा: सीएसआर के माध्यम से स्कूलों में बुनियादी ढांचे जैसे स्मार्ट क्लासरूम, लाइब्रेरी, और प्रयोगशालाओं का विकास किया जाता है। साथ ही, शिक्षकों के प्रशिक्षण और डिजिटल शिक्षण संसाधनों की उपलब्धता से शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होता है।
कौशल विकास और प्रेरणा: सीएसआर पहलें बच्चों को प्रेरित करने के लिए प्रेरणादायक सत्र, करियर काउंसलिंग, और कौशल विकास कार्यक्रम आयोजित करती हैं। यह बच्चों को अपने सपनों को साकार करने के लिए प्रोत्साहित करता है।
सामाजिक समानता को बढ़ावा: सीएसआर के जरिए लड़कियों की शिक्षा, विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के लिए समावेशी शिक्षा, और पिछड़े समुदायों के लिए अवसरों को बढ़ावा दिया जाता है, जिससे सामाजिक असमानता कम होती है।
आर्थिक विकास में योगदान: शिक्षा में निवेश दीर्घकालिक रूप से समाज और अर्थव्यवस्था को मजबूत करता है। सीएसआर के माध्यम से शिक्षित युवा बेहतर रोजगार प्राप्त करते हैं, जिससे गरीबी उन्मूलन और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलता है।
सीएसआर शिक्षा के क्षेत्र में एक पुल का काम करता है जो वंचित समुदायों और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के बीच की खाई को पाटता है। यह न केवल बच्चों के भविष्य को उज्ज्वल करता है, बल्कि समाज को समग्र रूप से प्रगति की ओर ले जाता है।
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