रायपुर में सनसनीखेज हत्याकांड: प्रेम संबंध के विवाद में युवक की बेरहमी से हत्या, शव बोरी में भरकर खदान में फेंका

सम्पादक जर्नलिस्ट अमरदीप चौहान/अमरखबर.कॉम रायपुर, 26 जुलाई 2025 छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में अपराध की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। राखी थाना क्षेत्र के बेन्द्री गांव में गिट्टी खदान की डबरी में बोरी में बंद एक युवक का शव मिलने से सनसनी फैल गई। पुलिस ने इस अंधे कत्ल की गुत्थी को 24 घंटे के भीतर सुलझाते हुए मृतक के दो दोस्तों, साहेब दास मानिकपुरी (19) और सोहन उर्फ पिंटू कंडरा (25) को गिरफ्तार कर लिया है। हत्या की वजह शराब के नशे में एक लड़की से प्रेम संबंध को लेकर हुआ विवाद बताया जा रहा है। इस जघन्य अपराध ने न केवल स्थानीय लोगों में दहशत पैदा की है, बल्कि प्रदेश में बढ़ती आपराधिक घटनाओं पर गंभीर सवाल खड़े किए है।
हत्या की खौफनाक दास्तान
24 जुलाई को राखी थाना पुलिस को सूचना मिली कि बेन्द्री गांव की एक गिट्टी खदान में पानी से भरी डबरी में एक बोरी तैर रही है, जिसमें से दुर्गंध आ रही है। पुलिस और एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट की संयुक्त टीम ने मौके पर पहुंचकर बोरी को बाहर निकाला। बोरी में 20 वर्षीय दिनेश मानिकपुरी उर्फ मॉडल का सड़ा-गला शव मिला। शव पर धारदार हथियार के गहरे घाव और सिर व चेहरे पर पत्थर से कुचलने के निशान थे। प्रथम दृष्टया हत्या की पुष्टि होने पर पुलिस ने तत्काल जांच शुरू की।
पुलिस ने मृतक की पहचान मंदिर हसौद थाना क्षेत्र के कायाबांधा निवासी दिनेश मानिकपुरी के रूप में की। जांच में पता चला कि दिनेश को आखिरी बार अपने दो दोस्तों, साहेब दास मानिकपुरी और सोहन उर्फ पिंटू कंडरा के साथ एक एक्टिवा पर देखा गया था। दोनों को हिरासत में लेकर सख्त पूछताछ की गई। शुरू में गुमराह करने की कोशिश करने वाले दोनों आरोपियों ने अंततः जुर्म कबूल कर लिया।

शराब और प्रेम संबंध बना हत्या का कारण
आरोपियों ने बताया कि वे तीनों बचपन के दोस्त थे। 24 जुलाई को वे दिनेश को स्कूटी पर खदान के पास ले गए, जहां तीनों ने शराब पी। इस दौरान गांव की एक लड़की से प्रेम संबंध को लेकर विवाद शुरू हुआ। साहेब दास ने दिनेश पर अपनी प्रेमिका को लेकर गलत अफवाह फैलाने का आरोप लगाया। नशे में विवाद इतना बढ़ा कि साहेब और सोहन ने चाकू से दिनेश के गले और पेट पर ताबड़तोड़ वार किए, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। सबूत मिटाने और पहचान छिपाने के लिए उन्होंने पत्थर से दिनेश का चेहरा और सिर कुचल दिया और शव को बोरी में भरकर खदान में फेंक दिया।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से हत्या में प्रयुक्त एक्टिवा वाहन और मोबाइल फोन जब्त कर लिए। उनके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 103(1) (हत्या) और 238 (सबूत मिटाना) के तहत मामला दर्ज किया गया है। जांच में राखी थाना प्रभारी आशीष राजपूत, एंटी क्राइम यूनिट प्रभारी परेश पांडे, और उनकी टीम की भूमिका सराहनीय रही।
रायपुर में बढ़ता अपराध का ग्राफ: चिंता का विषय
यह घटना रायपुर में बढ़ती आपराधिक वारदातों का एक और उदाहरण है। आंकड़ों के अनुसार, जनवरी 2025 से जुलाई तक शहर में 30 हत्याएं हो चुकी हैं, जिनमें से 6 अकेले पिछले 7 दिनों में हुई हैं। नवा रायपुर एएसपी विवेक शुक्ला ने बताया कि कई अपराधी ऑनलाइन चाकू खरीद रहे हैं, जिसके लिए वे फर्जी पते का इस्तेमाल करते हैं, जिससे जांच में बाधा आती है।
सरकार और गृह मंत्रालय के लिए चेतावनी
यह सनसनीखेज हत्याकांड न केवल स्थानीय प्रशासन, बल्कि राज्य सरकार और गृह मंत्रालय के लिए एक गंभीर चेतावनी है। शराब के नशे और मामूली विवादों में हो रही हत्याएं, ऑनलाइन हथियारों की आसान उपलब्धता, और ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ता अपराध समाज के लिए खतरे की घंटी है। रायपुर में पिछले तीन वर्षों में 220 हत्याएं (2022 में 75, 2023 में 65, 2024 में 79, और 2025 में अब तक 30) होना चिंताजनक है।
मांग: कठोर कार्रवाई और नशे पर नियंत्रण
स्थानीय लोग और सामाजिक कार्यकर्ता मांग कर रहे हैं कि सरकार अपराध नियंत्रण के लिए कठोर कदम उठाए। ऑनलाइन हथियारों की बिक्री पर सख्ती, नशे की लत को रोकने के लिए जागरूकता अभियान, और ग्रामीण क्षेत्रों में पुलिस गश्त बढ़ाने की जरूरत है। साथ ही, इस तरह के जघन्य अपराधों में शामिल आरोपियों को त्वरित और कठोर सजा सुनिश्चित की जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं पर अंकुश लग सके।
माननीय गृह मंत्रालय और छत्तीसगढ़ सरकार से अपील है कि इस मामले को गंभीरता से संज्ञान में लिया जाए और तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
– ऑनलाइन हथियारों की बिक्री पर रोक लगाने के लिए कड़े नियम लागू किए जाएं।
– नशे की लत को नियंत्रित करने के लिए प्रभावी जागरूकता अभियान और पुनर्वास कार्यक्रम शुरू किए जाएं।
– ग्रामीण क्षेत्रों में पुलिस गश्त और निगरानी बढ़ाई जाए, ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
– तेजी से बढ़ते अपराधों को देखते हुए रायपुर में विशेष अपराध नियंत्रण इकाई गठित की जाए।
इस खबर को व्यापक रूप से प्रसारित करें ताकि जनता में जागरूकता फैले और प्रशासन पर त्वरित कार्रवाई का दबाव बने।