पूर्व विधायक चक्रधर सिंह सिदार के भाई की गुमशुदगी पर कांग्रेस का आक्रोश, लैलूंगा पुलिस को सौंपा ज्ञापन

सम्पादक जर्नलिस्ट अमरदीप चौहान/अमरखबर.कॉम पूर्व विधायक चक्रधर सिंह सिदार के छोटे भाई जयपाल सिंह के 7 जुलाई 2025 से रहस्यमय ढंग से लापता होने की घटना ने न केवल परिवार बल्कि पूरे क्षेत्र में चिंता और आक्रोश की लहर पैदा कर दी है। दो सप्ताह बीत जाने के बावजूद पुलिस प्रशासन उनके सुराग तक नहीं पहुंच सका है, जिससे पीड़ित परिजनों के साथ-साथ क्षेत्रीय जनता और कांग्रेस कार्यकर्ताओं में भारी नाराज़गी व्याप्त है। इस गंभीर प्रकरण को लेकर आज ब्लॉक कांग्रेस कमेटी लैलूंगा के नेतृत्व में कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने थाना प्रभारी एवं अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) को ज्ञापन सौंपकर, जयपाल सिंह की शीघ्र तलाश करने की मांग की। ज्ञापन में यह चेतावनी दी गई कि यदि एक सप्ताह के भीतर कोई ठोस कार्रवाई नहीं होती, तो ब्लॉक कांग्रेस कमेटी लैलूंगा पुलिस प्रशासन के खिलाफ व्यापक जनआंदोलन करने के लिए बाध्य होगी। ज्ञात हो कि जयपाल सिंह की गुमशुदगी की रिपोर्ट थाना लैलूंगा में गुमशुदा क्रमांक 46/2025 के तहत दर्ज की गई थी, लेकिन अब तक उनकी कोई खोज-खबर नहीं मिल पाई है। पीड़ित परिवार ने प्रशासनिक निष्क्रियता पर सवाल उठाते हुए कहा है कि यदि मामले को गंभीरता से लिया गया होता तो अब तक कुछ न कुछ सुराग अवश्य मिलता। कांग्रेस प्रतिनिधियों ने कहा कि प्रशासन की निष्क्रियता अत्यंत दुर्भाग्यजनक और चिंताजनक है। उन्होंने प्रशासन को चेताते हुए कहा कि यदि मांगों की अनदेखी की गई तो कांग्रेस कार्यकर्ता, पीड़ित परिवार और क्षेत्र की जनता मिलकर आंदोलन का रुख अपनाएंगे, जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी। ज्ञापन सौंपने के दौरान पूर्व विधायक हृदयराम राठिया, जिला कांग्रेस कमेटी रायगढ़ ग्रामीण के उपाध्यक्ष ओम सागर पटेल, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष ठंडा राम बेहरा, पूर्व यूथ कांग्रेस विधानसभा अध्यक्ष वीरेन्द्र शाह, ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष शौकीलाल प्रधान, दीनबंधु पटेल, युवा कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष आलोक गोयल, आदित्य बाजपेई, हृदय राम दाऊ, अपरांश सिन्हा, आकृत सारथी, आशीष सिदार, वसीम अहमद, दिलीप केरकेट्टा, अदल साय, ललित सिदार, संपत प्रधान,रोशन पंडा, महेंद्र सिदार, nsui के ब्लॉक अध्यक्ष तेजश बंजारे, विक्की वैष्णव आदिसहित कांग्रेस के कई वरिष्ठ पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित रहे।