घरघोड़ा में सनसनीखेज आत्महत्या: किराए के मकान में युवक ने साड़ी से बनाया फंदा, चिट्ठी में छिपा है रहस्य!

सम्पादक जर्नलिस्ट अमरदीप चौहान/अमरखबर.कॉम रायगढ़ के घरघोड़ा शहर के वार्ड नंबर 6 में एक दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे इलाके में सनसनी मचा दी है। 32 वर्षीय शुभम पंकज, पिता शिवचंद पंकज, ने अपने ही किराए के मकान के किचन में साड़ी का फंदा बनाकर आत्महत्या कर ली। यह घटना 6 जुलाई की शाम करीब 5 बजे की है, जब शुभम ने अपने परिवार और दो बच्चों को छोड़कर इस दुनिया को अलविदा कह दिया। लेकिन इस कहानी में एक ट्विस्ट है – मौके पर मिली एक चिट्ठी, जिसमें शुभम ने लिखा, *”मैं अपने पूरे होशो-हवास में आत्महत्या कर रहा हूँ, और इसका दोषी किसी को न ठहराया जाए। इसकी पूरी जिम्मेदारी मेरी है।”* यह चिट्ठी अब पुलिस जांच का केंद्र बन चुकी है।

परिजनों के उड़े होश, इलाके में मचा हड़कंप
शुभम अपनी माँ और परिवार के साथ किराए के मकान में रहता था। उसने लव मैरिज की थी और उसके दो बच्चे भी हैं। 6 जुलाई की शाम जब शुभम ने किचन में साड़ी से फंदा लगाया, तो परिजनों को इसकी भनक तक नहीं थी। लाश देखते ही परिवार वालों के होश उड़ गए। देखते ही देखते घर के बाहर लोगों की भीड़ जमा हो गई, और पूरे मोहल्ले में सनसनी फैल गई। परिजनों ने तुरंत घरघोड़ा थाना पुलिस को सूचना दी।
पुलिस जांच में जुटी, चिट्ठी ने बढ़ाया रहस्य
घरघोड़ा पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मौके पर पहुंचकर शव का पंचनामा किया और उसे पोस्टमार्टम के लिए घरघोड़ा अस्पताल भेज दिया। प्रारंभिक अवध बिहारी विश्वकर्मा ने बताया कि प्रथम दृष्टया मौत का कारण फंदे में दम घुटना प्रतीत होता है। लेकिन मौके पर मिली चिट्ठी ने इस मामले को और रहस्यमयी बना दिया है। चिट्ठी में शुभम ने साफ लिखा कि वह अपनी मर्जी से आत्महत्या कर रहा है और कोई और इसके लिए जिम्मेदार नहीं है। लेकिन सवाल यह है कि आखिर ऐसा क्या हुआ कि एक 32 साल के युवक, जिसके पास पत्नी और दो बच्चे थे, ने इतना बड़ा कदम उठा लिया? क्या इसके पीछे कोई छिपा हुआ दबाव था? या फिर कोई और राज?
पोस्टमार्टम और जांच से खुलेगा राज
पुलिस अब इस मामले की गहन जांच में जुट गई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और चिट्ठी की सत्यता की जांच के बाद ही मौत के सही कारणों का खुलासा हो पाएगा। स्थानीय लोगों में इस घटना को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं। कुछ का कहना है कि शुभम के लव मैरिज से जुड़े कुछ अनबन हो सकते हैं, तो कुछ इसे पारिवारिक या आर्थिक तनाव से जोड़ रहे हैं। लेकिन सच क्या है, यह तो पुलिस की जांच और पोस्टमार्टम रिपोर्ट ही बता पाएगी।
इलाके में छाया मातम, सवालों का सैलाब
शुभम की आत्महत्या ने न केवल उसके परिवार को झकझोर दिया है, बल्कि पूरे वार्ड नंबर 6 में मातम का माहौल है। लोग इस बात से हैरान हैं कि एक सामान्य जीवन जीने वाला युवक, जिसके पास परिवार और बच्चे थे, आखिर इतना बड़ा कदम क्यों उठाया? क्या चिट्ठी में लिखी बातें पूरी सच्चाई बयान करती हैं, या फिर इसके पीछे कोई गहरा राज छिपा है?
पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए हर पहलू की जांच शुरू कर दी है। इस सनसनीखेज घटना ने घरघोड़ा में एक अनसुलझे रहस्य को जन्म दे दिया है, जिसका जवाब अब सभी को इंतजार है। क्या शुभम की चिट्ठी सचमुच उसकी आखिरी बात थी, या फिर इस कहानी में अभी और पन्ने पलटने बाकी हैं?