अब इस बड़े अस्पताल में मरीजों के साथ लापरवाही का गंभीर मामला, परिजनो ने की एसपी से शिकायत

अमरदीप चौहान/अमरखबर:कोरबा के न्यू कोरबा हॉस्पिटल में मरीजों के साथ लापरवाही और शोषण का एक गंभीर मामला सामने आया है। अस्पताल में भर्ती एक बुजुर्ग महिला के परिजन ने आरोप लगाया है कि अस्पताल के डॉक्टरों ने मरीज की जान से खिलवाड़ किया और अनावश्यक इलाज के नाम पर उनसे मोटी रकम वसूली गई।
परिजनों के अनुसार, 31 दिसंबर, 2024 को उनकी माँ शांति देवी को श्वास लेने में तकलीफ होने पर NKH अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अस्पताल के डॉक्टरों ने मरीज को गंभीर बताया और हार्ट अटैक, किडनी फेल होने जैसी कई बीमारियों का हवाला दिया। डॉक्टरों ने मरीज को वेंटिलेटर पर रखने की सलाह दी, लेकिन परिजनों ने इससे इनकार कर दिया। परिजनों का आरोप है कि अस्पताल के स्टाफ ने मरीज को अनावश्यक इंजेक्शन लगाए और महंगी दवाइयां दीं। मरीज की हालत बिगड़ती गई और अंततः परिजनों ने मरीज को दूसरे अस्पताल में ले जाने का फैसला किया। दूसरे अस्पताल में जांच के बाद पता चला कि मरीज को सिर्फ निमोनिया था। परिजनों ने आरोप लगाया कि NKH अस्पताल के डॉक्टर मरीजों को डराकर उनसे पैसे वसूलते हैं। अस्पताल में इलाज के दौरान परिजनों से 63,000 रुपये लिए गए।

* NKH अस्पताल के डॉक्टरों ने मरीज को अनावश्यक इलाज दिया।
* अस्पताल के स्टाफ ने मरीज को अनावश्यक इंजेक्शन लगाए और महंगी दवाइयां दीं।
* अस्पताल के डॉक्टरों ने मरीजों को डराकर उनसे पैसे वसूले।
* NKH अस्पताल में मरीजों के साथ लापरवाही का यह पहला मामला नहीं है।

एन.के.एच. (न्यु कोरबा हॉस्पीटल) के प्रबंध संचालक चिकित्सक एस. चन्दानी, अविनाश तिवारी एवं अन्य जिम्मेदार चिकित्सको के द्वारा मरीज शांति देवी का लापरवाही पूर्वक ईलाज करने का दिखावा कर तथा सुनियोजित तरीके से मरीज की जान को गंभीर खतरा बताकर ईलाज के नाम पर अनावश्यक रूप से लगभग 67,200 रूपये अवैध वसूली किये जाने पर संबंधित हॉस्पीटल एवं दोषी चिकित्सकों के विरुद्ध अपराध पंजीबद्ध किये जाने के लिए मरीज के परिजनो ने पुलिस अधीक्षक कोरबा को शिकायत आवेदन दिया है जिसमें उन्होंने निवेदन किया है कि एन.के.एच. (न्यु कोरबा हॉस्पीटल) के प्रबंध संचालक चिकित्सक एस. चन्दानी, अविनाश तिवारी एवं अन्य जिम्मेदार चिकित्सको के द्वारा मरीज शांति देवी का लापरवाही पूर्वक ईलाज करने का दिखावा कर तथा सुनियोजित तरीके से मरीज की जान को गंभीर खतरा बताकर ईलाज के नाम पर अनावश्यक 67,200 रूपये अवैध वसूली किये जाने पर संबंधित हॉस्पीटल एवं उनके दोषी चिकित्सको के विरुद्ध अपराध पंजीबद्ध करने हेतु निर्देशित करें।

यह मामला स्वास्थ्य सेवा में भ्रष्टाचार और लापरवाही की ओर इशारा करता है। इस मामले की जांच होनी चाहिए और दोषी लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
यह समाचार समाज को जागरूक करने के लिए आवश्यक है और लोगों को ऐसे अस्पतालों से सावधान रहने के लिए प्रेरित करेगा जहां मरीजों के जिंदगी के साथ खिलवाड़ की जाती है।
जर्नलिस्ट अमरदीप चौहान..✍️