कुर्मी समाज घेरेगा विधानसभा: डॉ. खूबचंद स्वास्थ्य बीमा योजना नाम परिवर्तन मामला…पढ़ें पूरी खबर!

डॉ. खूबचंद स्वास्थ्य बीमा योजना से नाम हटाने पर कुर्मी समाज का उग्र आंदोलन, विधानसभा घेराव की तैयारी
सरकार की अनदेखी से उग्र हुआ कुर्मी समाज, लाखों की संख्या में विधानसभा का करेंगे घेराव
अमरदीप चौहान/अमरखबर:छत्तीसगढ़ के मनवा कुर्मी क्षत्रिय समाज ने डॉ. खूबचंद स्वास्थ्य बीमा योजना से नाम हटाए जाने पर गहरी नाराजगी जाहिर की है। समाज का कहना है कि सरकार ने उनके आग्रहों को बार-बार नजरअंदाज किया, जिससे अब उन्हें मजबूरी में आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ रहा है। समाज के केंद्रीय अध्यक्ष खोड़स राम कश्यप ने चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक न्याय नहीं मिलेगा, आंदोलन जारी रहेगा।
सरकार समाज की शांति वार्ता की हमारी कमजोरी समझ बैठी ,खोड़स राम कश्यप
अध्यक्ष खोड़स राम कश्यप ने कहा, “हमने पूरे प्रदेश में कलेक्टरों, मंत्रियों, मुख्यमंत्री और राज्यपाल तक को ज्ञापन देकर समाज की भावनाओं को शांतिपूर्ण तरीके से रखा। लेकिन समाज की शांति वार्ता को सरकार ने समाज की कमजोरी समझ बैठी और एक साल बीत जाने के बावजूद सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया। अब हमें उग्र आंदोलन के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।”
विधानसभा घेराव की रणनीति तैयार, लाखों लोग जुटेंगे
कुर्मी समाज की केंद्रीय बैठक में सर्वसम्मति से विधानसभा का घेराव करने का निर्णय लिया गया है। प्रदेशभर के गांव-गांव से लोग राजधानी रायपुर पहुंचकर इस घेराव में शामिल होंगे। जिनके लिए वाहनों की व्यवस्था की जा रही है जो हर गांव से समाज के लोग बड़ी संख्या में इस घेराव में शामिल होंगे।
सांसद, विधायक और मंत्री की चुप्पी पर भी नाराजगी
समाज ने इस मुद्दे पर अपने ही सांसदों, विधायकों और मंत्रियों की चुप्पी पर गहरा आक्रोश व्यक्त किया है। उनका कहना है कि उनके प्रतिनिधि समाज के साथ खड़े होने की बजाय मौन हैं, जो समाज को अस्वीकार्य है।
सरकार को अल्टीमेटम, न्याय नहीं मिला तो आंदोलन होगा और उग्र
कुर्मी समाज ने स्पष्ट किया है कि अगर सरकार ने इस मामले को जल्द हल नहीं किया, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। विधानसभा घेराव केवल शुरुआत है। समाज तब तक पीछे नहीं हटेगा, जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जातीं।वही बैठक में अन्य बिंदुओं में चर्चा हुई जिसमें
छत्तीसगढ़ मनवा कुर्मी क्षत्रिय समाज की केंद्रीय बैठक में सालभर की योजनाओं का विस्तार से चर्चा हुई। बैठक में समाज के महापुरुषों की प्रतिमाएं स्थापित करने और अन्य विकास योजनाओं पर जोर दिया गया। बैठक में विभिन्न पदाधिकारियों ने अपने विचार व्यक्त किए और समाज के लिए आगे की रणनीतियां प्रस्तुत कीं।
बैठक में उपस्थित पदाधिकारी और विशिष्टजन
बैठक में समाज के कई वरिष्ठ पदाधिकारी और विशिष्टजन उपस्थित रहे, जिनमें केंद्रीय संरक्षक विपिन बिहारी वर्मा, मन्नूलाल परगनिहा, डॉ. के.के. नायक
सलाहकार डी.सी. वर्मा,वरिष्ठ उपाध्यक्ष मोती लाल वर्मा, आर.सी. वर्मा,मीना वर्मा,
महामंत्री यशवंत वर्मा,कोषाध्यक्ष जागेश्वर बघेल,
महिला अध्यक्ष सरिता बघेल,
केंद्रीय युवा अध्यक्ष चंद्रकांत वर्मा, राज प्रधान ठाकुर राम वर्मा, हरि राम वर्मा, ईश्वरी प्रसाद वर्मा, जागेश्वर वर्मा, सुनीता वर्मा (बलौदा बाजार), चंद्रभामा परगनिहा, नील मणि परगनिहा, राम खिलावन वर्मा, भानु प्रताप वर्मा, सालिक वर्मा, शगुन वर्मा ,अनिल कुर्मी, प्रवीण धुरंधर, शेखर वर्मा आदि मौजूद रहे और अपने विचार व्यक्त किए।
महापुरुषों की स्मृति में प्रतिमा स्थापना
बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि समाज के महापुरुषों की प्रतिमाएं केंद्रीय कार्यालय में स्थापित की जाएंगी। जिसके लिए दानदाताओं ने अपना महत्वपूर्ण योगदान देने की घोषणा की जिसमें ,जगदीश वर्मा ने ₹51,000 का योगदान दिया।
चंद्रकांत वर्मा केंद्रीय युवा अध्यक्ष ने अपने पिता स्वर्गीय पूर्व केंद्रीय अध्यक्ष चोवा राम वर्मा की स्मृति में स्वर्गीय अनंतराम बरछिहा की प्रतिमा स्थापना का संकल्प लिया।
डॉ. खूबचंद बघेल के साथ स्वतंत्रता सेनानी रहे बादुल राम, जन्तराम वर्मा, और विश्वासा बाई वर्मा की स्मृति में पुत्र सुरेश वर्मा ने डॉ. खूबचंद बघेल की प्रतिमा प्रदान करने की घोषणा की।
महिला एवं युवा प्रकोष्ठ के प्रभारियों ने अपने विभागों में सालभर में होने वाले कार्यों की योजना प्रस्तुत की। इन योजनाओं का उद्देश्य समाज के युवाओं और महिलाओं को सशक्त करना और उनकी भागीदारी बढ़ाना है।
बैठक के अंत में समाज के अध्यक्ष और वरिष्ठ नेताओं ने एकजुटता का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि महापुरुषों की प्रतिमाएं समाज के गौरव का प्रतीक हैं और आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेंगी।
“हमारे महापुरुषों की स्मृति में किया गया हर योगदान समाज की जड़ों को मजबूत करेगा ।
जर्नलिस्ट अमरदीप चौहान..✍️