तमनार में विश्व आदिवासी दिवस के उपलक्ष्य में हुआ विशाल जन रैली और आमसभा का आयोजन
तमनार विकासखंड मुख्यालय में सरपंच संघ तमनार और सर्व आदिवासी समाज द्वारा आयोजित विश्व आदिवासी दिवस वृहद कार्यक्रम पर जनपद कार्यालय से बेटी बचाओ(बरभाठा)चौक होते हुए तहसील कार्यालय, बस स्टैंड तक विशाल रैली में हजारो आदिवासी समाज के बच्चे, युवा, महिला और वरिष्ठ गण आदिवासी पारम्परिक वेशभूषा में शामिल हुए।
विशाल जन रैली में आदिवासी समाज के युवा और युवतियों, महिलाओं और वरिष्ठगणो ने आदिवासी पारम्परिक वेशभूषा में आदिवासियों के लोकप्रिय करमा नृत्यको के झांझ, मांदर एवं बेनर तख्तियां के साथ समुदाय के न्याय के लिए नारे लगाए।
मंगलम भवन में आमसभा कर आदिवासियों के इष्ट देवी देवताओं की पूजा अर्चना कर अमर शहीदों का जयघोष किया गया।
आदिवासी समाज के संवैधानिक अधिकार, शासन की योजनाओं व आरक्षण एवं क्षेत्रीय आदिवासियों के समस्याओं पर संबोधन दिया गया। सेवानिवृत शिक्षक बनमाली सिदार ने भारतीय संविधान में आदिवासियों के अधिकार, पांचवी एवं छठवीं अनुसूचित क्षेत्रों के प्रशासन और नियंत्रण, आदिवासी प्रकृति पूजक, जल, जंगल, जमीन और खनिज के संरक्षण के लड़ाई के साथ अपने परम्परा और आदिवासी अस्तित्व के लिये संघर्ष को बताया गया।
लैलूंगा विधायक विद्यावती सिदार ने सभी को विश्व आदिवासी के शुभकामनाएं देते कहा कि पुरातन मूल आदिवासी संस्कृति, सभ्यता, वेशभूषा, भाषा, खानपान, मान्यताओं व परंपराओं के गौरव तथा उनके संरक्षण व मान सम्मान हेतु प्रोत्साहित किया गया।
तमनार तहसील के सर्व आदिवासी समाज के विभिन्न समस्याओं को महामहिम राज्यपाल व मुख्यमंत्री एवं आदिवासी विकास विभाग के नाम से तहसीलदार तमनार ऋचा सिंह को ज्ञापन सौपा गया।
तमनार विकास खण्ड के समस्त सरपंच व ग्राम के सैकड़ों आदिवासी बैगा को धोती श्रीफल व 250 से अधिक 10 व 12 वीं के प्रतिभाशाली छात्र छात्राओ को प्रशस्ति पत्र पेन से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का कुशल मंच संचालन सरपंच गुलापी सिदार,शिवपाल भगत एवं संरक्षक सरपंच दुलामणि राठिया द्वारा अतिथियो,ग्राम बैगा,प्रतिभाशाली छात्र छात्राओं,सर्व समाज के युवा, माता, बहनो, वरिष्ठगणो,तहसीलदार रिचा सिंह,थाना प्रभारी आशीर्वाद राहटगांवकर का आभार व्यक्त कर समापन का घोषणा किया गया। कार्यक्रम में लैलूंगा विधायक विद्यावती कुंजबिहारी सिदार,सरपंच संघ जिला उपाध्यक्ष गुलापी सिदार,ब्लॉक अध्यक्ष जानकी राठिया, सुनिति भगत,शिवपाल भगत,संरक्षक दुलामणि राठिया,शिक्षाविद बनमाली सिदार,राधेश्याम पैकरा,ललिता भुवनेश्वर सिदार,कलाबति सिदार,लक्ष्मी बाई सिदार,लक्ष्मी भगत,रमिला सिदार,तीरथ प्रसाद राठिया,संजय राठिया,सन्याशी राठिया,घुराउ राठिया,मंजू ईश्वर किसान,रघुवीर राठिया,निद्रावती राठिया,निराश्रि पैकरा,ललिता राठिया,शारदा राठिया अन्य सरपंचगण जनप्रतिनिधि,आदिवासी समाज के प्रमुख, सर्व समाज के प्रमुख सहित करीबन 2 हजार लोग शामिल हुए।