1 मार्च को होगी सारडा एनर्जी एंड मिनरल्स लिमिटेड की जनसुनवाई, प्रदूषण से पट जायेगा पूरा तमनार!!
रायगढ़। पूरे छत्तीसगढ़ में सबसे ज्यादा
प्रदूषित क्षेत्र कहे जाने वाले तमनार क्षेत्र में अभी
भी उद्योगों का विस्तार लगातार जारी है। जिला
प्रशासन एवं सरकारी तंत्र ने पूरे तमनार
क्षेत्र में बड़े उद्योगों को फलने फूलने
के लिए खुली छूट दे रखी है। पहले से ही बदसूरत
आबो-हवा वाले तमनार के बजरमुड़ा में
एक और फैक्ट्री सारदा एनर्जी एंड
मिनिरल्स को कई गुना विस्तार की अनुमति दिलाने के
लिए पूरा सिस्टम लगाया गया है जिसकी
जनसुनवाई 1 मार्च 2024 को रखी
गई है। इस उद्योग का विस्तार
बजरमुड़ा, ढोलनारा से ही नहीं, बल्कि
पूरा तमनार कालिख की चपेट में आ जायेगा।
तमनार क्षेत्र में जिस गति से शासन
प्रशासन भारी ताकतों की स्थापना
और कोल माइंस को बढ़ावा दे रहा है,
आने वाले दिनों में यह क्षेत्र इंसानों के लिए रहने लायक नहीं रहेगा। वर्तमान में जो स्थिति
जगजाहिर है वह यह है कि यह क्षेत्र
पूरे छत्तीसगढ़ में सबसे अधिक प्रदूषण
वाला क्षेत्र है जो प्रशासन की खुद की
रिपोर्ट में दर्ज है। जिस बुनियाद पर
तमनार औद्योगिक क्षेत्र बना था
वह बुनियाद कहीं नजर नहीं आता।
इन कोल इंजीनियर्स और फर्मों के
सीएसआर और टीचर्स का नाम जिस
पर फंड जारी किया गया है वह इस
क्षेत्र में कहीं भी नजर नहीं आता है।
पिछले चार दशक में पूरा तमनार कोयला
खनन और औद्योगिक विस्तार से
खोखला हो गया है। फिर भी
शासन प्रशासन की दोहरी नीति और इस
क्षेत्र में अंधाधुंध औद्योगिक अब तक जारी है। यहां सबसे पहले बजरमुडा, ढोलनारा में मेसर्स
शारदा एनर्जी कम्पनी स्थापित किया गया। प्लांट स्थापना के पहले जिन फर्म से इस कंपनी ने
जमीन ली थी कि उसने कहा था की वे उनके बुनियादी सुविधा, रोजगार, स्वास्थ्य आदि के लिए
काम करेंगे लेकिन प्लांट स्थापना के
बाद लोग अपनी कृषि भूमि खोकर
उसी प्लांट के मजदूर बन गए हैं जो
कोयला का उठाव काम कर रहे हैं ।
आज 10 साल बाद फिर इस
कम्पनी के विस्तार की चर्चा शुरू हो
रही है। यह विस्तार इस बार 2 गुना से
10 गुना तक रहेगा। लोग इसका
विरोध कर रहे हैं वे नहीं चाहते कि
तमनार क्षेत्र में इस योजना का कोई
विस्तार हो लेकिन लोगों की समस्या से
शासन प्रशासन को कोई फर्क नहीं पड़
रहा है। उद्योगपति की सूची में शामिल
अधिकारी इतने अंधे हो गए हैं कि
उन्हें सबसे सामायिक क्षेत्र वाले
तमनार में अब भी कम्पनी की
छूट दिखाई दे रही है। इसी कारण
फर्जी ईआईए रिपोर्ट के आधार पर
प्लांट के विस्तार की जानकारी दी जा रही है।
शारदा एनर्जी एंड मिनरल्स के क्षमता विस्तार के
लिए 1 मार्च 2024 को जनसुनवाई
का आयोजन किया जा रहा है, जो कि
बजरमुडा मैदान में आयोजित किया
जाएगा, यहां भी फर्जी ईआईए रिपोर्ट के
आधार पर कंपनी के स्टाफ के सदस्यों
की सहमति के हस्ताक्षर के साथ
कंपनी फिर से विस्तार करने की कोशिश करेगी और जो लोग विरोध कर रहे हैं वे मुंह ताकते रहेंगे।
इसके बाद यह पूरा क्षेत्र प्रदूषण की
काली चादर में समा जाएगा और
अंततः यह तमनार इंसानों के रहने
लायक नहीं बचेगा ।