धरना स्थल पर दिखी संवेदनशील प्रशासन की मिसाल, ग्रामीणों संग एक पंक्ति में भोजन लेकर SDM, DSP समेत पुलिस बल ने किया भोजन (देखें वीडियो)

फ्रीलांस एडिटर अमरदीप चौहान/अमरखबर.कॉम तमनार — लंबे समय से तनाव और टकराव की तस्वीरों के लिए पहचाने जाने वाले धरना-प्रदर्शनों के बीच इस बार एक ऐसी तस्वीर सामने आई है, जिसने माहौल ही बदल दिया। तमनार CHP चौक (लिबरा) के धरना स्थल से सामने आए वीडियो में ग्रामीणों के साथ पुलिस और प्रशासन के अधिकारी एक ही पंक्ति में खड़े होकर भोजन लेते और भोजन ग्रहण करते नजर आ रहे हैं। यह दृश्य देखते ही देखते सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और आम जनचर्चा का विषय बन गया।
वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि धरने पर बैठे ग्रामीणों के लिए तैयार किए गए भोजन में कोई भेदभाव नहीं, न अलग व्यवस्था और न ही किसी तरह का औपचारिक दिखावा। वर्दी में मौजूद पुलिसकर्मी और प्रशासनिक अधिकारी भी आम लोगों की तरह लाइन में लगकर भोजन ले रहे हैं। यही सादगी और सहजता इस चलचित्र को खास बना रही है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि अक्सर धरना स्थलों पर प्रशासन और प्रदर्शनकारियों के बीच दूरी और अविश्वास का माहौल बन जाता है, लेकिन इस दृश्य ने दोनों के बीच मानवीय संवाद की एक नई मिसाल पेश की है। ग्रामीणों ने माना कि इस छोटे से कदम ने तनाव को काफी हद तक कम किया और बातचीत का रास्ता खोला।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे फोटो/वीडियो को लेकर लोग तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। कई यूजर्स ने इसे “लोकतंत्र की असली तस्वीर” बताया तो कुछ ने लिखा कि ऐसी पहलें ही प्रशासन और जनता के बीच विश्वास की नींव मजबूत करती हैं।
प्रशासनिक सूत्रों का कहना है कि यह कोई औपचारिक कार्यक्रम नहीं था, बल्कि परिस्थितियों के बीच स्वाभाविक रूप से बना एक क्षण था। अधिकारियों ने माना कि धरने पर बैठे लोगों की बात सुनना और उनके साथ समय साझा करना हालात को समझने में मदद करता है।
आज जब धरना-प्रदर्शन अक्सर टकराव, नारेबाजी और आरोप-प्रत्यारोप तक सीमित रह जाते हैं, ऐसे में यह दृश्य बताता है कि संवाद और संवेदनशीलता से भी हालात संभाले जा सकते हैं। धरना स्थल से आई यह तस्वीर न सिर्फ वायरल हुई है, बल्कि प्रशासन और जनता के रिश्तों पर एक सकारात्मक सवाल भी छोड़ गई है—क्या यही रास्ता आगे का रास्ता हो सकता है?
समाचार सहयोगी योगेश मालाकार