धान खरीदी में बड़ा खेल उजागर:उपार्जन केंद्र पर मानक से अधिक वजन, किस्म बदलकर खरीदी और बारदाना घोटाले का मामला दर्ज

फ्रीलांस एडिटर अमरदीप चौहान/अमरखबर.कॉम रायगढ़।
जिले में धान खरीदी व्यवस्था की पारदर्शिता पर एक बार फिर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। विकासखंड पुसौर अंतर्गत धान उपार्जन केंद्र बुनगा में धान खरीदी के दौरान बड़े पैमाने पर अनियमितताओं का खुलासा हुआ है। संयुक्त जांच दल द्वारा मौके पर किए गए भौतिक सत्यापन में शासन द्वारा तय मानकों के खुले उल्लंघन के प्रमाण मिलने के बाद संबंधितों के विरुद्ध विधिवत प्रकरण दर्ज कर लिया गया है।
कलेक्टर श्री मयंक चतुर्वेदी के निर्देश पर गठित संयुक्त जांच दल ने शिकायत के आधार पर उपार्जन केंद्र पहुंचकर खरीदी गई धान, स्टॉक और बारदाना की गहन जांच की। जांच में सामने आया कि किसानों से खरीदे गए धान का वजन निर्धारित मानक से अधिक लिया जा रहा था, वहीं रिकॉर्ड और भौतिक स्टॉक के बीच भी स्पष्ट अंतर पाया गया।
मानक से ज्यादा वजन, स्टॉक में गड़बड़ी
जांच के दौरान एक दिन पूर्व खरीदी गई धान की बोरियों का रैंडम वजन किया गया, जिसमें औसतन 40 किलो 915 ग्राम वजन पाया गया। वहीं स्टैक में रखी बोरियों का औसत वजन 40 किलो 820 ग्राम रहा, जो शासन द्वारा निर्धारित मानक से अधिक है। इसके अतिरिक्त भौतिक सत्यापन में 16 बोरा धान अतिरिक्त भी पाया गया, जो सीधे तौर पर खरीदी प्रक्रिया में हेराफेरी की ओर इशारा करता है।
किस्म बदलकर खरीदी का गंभीर आरोप
ऑनलाइन खरीदी पत्रक के अनुसार उपार्जन केंद्र में 2205 क्विंटल सरना धान दर्ज होना चाहिए था, जबकि मौके पर 2580 क्विंटल सरना धान पाया गया। वहीं 1558 क्विंटल मोटा धान के विरुद्ध केवल 1188 क्विंटल स्टॉक मिला। इससे यह स्पष्ट हुआ कि मोटा किस्म धान की खरीदी दर्शाकर सरना धान की खरीदी की जा रही थी, जो सीधे तौर पर धान खरीदी नीति 2025-26 का उल्लंघन है।
बारदाना में भी खेल
जांच में नए और पुराने बारदाना के उपयोग में भी अनियमितता सामने आई। खाली नए बारदाना के स्टॉक में अंतर पाया गया, जिससे संदेह और गहराता है कि खरीदी प्रक्रिया के साथ-साथ भंडारण व्यवस्था में भी गड़बड़ी की गई।
प्रकरण दर्ज, सख्त कार्रवाई के संकेत
जिला खाद्य अधिकारी श्री चितरंजन सिंह ने बताया कि संयुक्त जांच दल—जिसमें तहसीलदार पुसौर, नायब तहसीलदार, खाद्य निरीक्षक, सहकारिता निरीक्षक और एपेक्स बैंक के पर्यवेक्षक शामिल थे—की रिपोर्ट के आधार पर संबंधितों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया गया है। जांच के समय उपार्जन केंद्र में प्रबंधक डिलेश्वर प्रधान, ऑपरेटर अभिलाष गुप्ता और बारदाना प्रभारी श्याम सुंदर साव उपस्थित थे।
कलेक्टर ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि धान खरीदी व्यवस्था में किसी भी प्रकार की लापरवाही, अनियमितता या भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। दोषी पाए जाने वालों पर कठोर कार्रवाई तय है। प्रशासन ने संकेत दिए हैं कि जिले में धान खरीदी की सतत निगरानी जारी रहेगी, ताकि किसानों के हितों के साथ किसी भी तरह का खिलवाड़ न हो।
समाचार सहयोगी सिकंदर चौहान