सरिया में दो मासूमों की दर्दनाक मौत: बेलगाम रफ्तार ने छीनी दो घरों की खुशियाँ, अटल चौक फिर सवालों के घेरे में—FIR की तैयारी, आरोपी चालक की तलाश तेज

फ्रीलांस एडिटर अमरदीप चौहान/अमरखबर.कॉम l
सारंगढ़–बिलाईगढ़/सरिया। बुधवार सुबह सरिया तहसील से आई दर्दनाक खबर ने जिले में शोक और आक्रोश दोनों को जन्म दे दिया। विद्यालय जा रहे दो मासूम विद्यार्थियों की तेज रफ्तार कार की चपेट में आने से मौत हो गई। हादसा इतना भयावह था कि पूरा क्षेत्र सदमे में है—परिजन बेसुध, गांव में मातम, और विद्यालय परिसर में सन्नाटा छाया हुआ है।
कक्षा 1 और 2 के दो मासूम अब नहीं रहे
हादसे में जान गंवाने वाले बच्चों की पहचान—
• हर्षित पटेल (कक्षा 2), पिता– रामेश्वर पटेल
• जिया पटेल (कक्षा 1), पिता– मेघनाथ पटेल
हर्षित ने सरिया अस्पताल में दम तोड़ दिया, वहीं गंभीर रूप से घायल जिया को रायगढ़ रेफर किया गया, जहाँ इलाज के दौरान उसने भी अंतिम सांस ली। दोनों परिवारों पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा है।
कैसे हुआ हादसा? तेज़ रफ्तार का कहर…
घटना सुबह करीब 7 बजे सरिया के अटल चौक के पास हुई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि CG13AT9955 नंबर की ब्रेज़ा कार अनियंत्रित रफ्तार में आई और सड़क किनारे जा रहे दोनों मासूमों को पीछे से जोरदार टक्कर मार दी।
टक्कर इतनी भीषण थी कि बच्चे कई फीट दूर जा गिरे। स्थानीय लोगों ने दौड़कर मदद की, लेकिन किस्मत ने साथ नहीं दिया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार—
➡ कार की रफ्तार बेहद तेज थी।
➡ टक्कर के बाद चालक मौके से भाग गया और कार वहीं छोड़ दी गई।
ग्रामीणों ने कार को घेर लिया और पुलिस को सूचना दी।
पुलिस की कार्रवाई—FIR की तैयारी, आरोपी की तलाश
घटना की गंभीरता को देखते हुए सरिया पुलिस ने मर्ग कायम किया है और FIR दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
पुलिस वाहन मालिक व चालक की पहचान, मोबाइल लोकेशन और संभावित ठिकानों की जांच कर रही है। अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि—
“आरोपी जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।”
जांच में यह जानकारी भी सामने आई है कि—
CG13AT9955 वाहन पर पूर्व में भी तेज गति, गलत पार्किंग और लाइसेंस से जुड़े कई चालान लंबित थे।
पुलिस इन सभी बिंदुओं को भी जांच में शामिल कर रही है।
घटनास्थल पर अफरा-तफरी, सैकड़ों लोगों की भीड़
हादसे के कुछ ही मिनटों में बड़ी संख्या में लोग जुट गए।
भीड़ में गुस्सा साफ दिख रहा था—लोग लगातार चालक पर कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे थे।
पुलिस ने भीड़ को शांत कराया और दोनों बच्चों के शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
विद्यालय में मातम—बच्चों और शिक्षकों की आंखें नम
विद्यालय प्रबंधन ने संवेदना संदेश जारी करते हुए कहा—
“हमारे दो मासूम विद्यार्थी अब हमारे बीच नहीं रहे, यह विद्यालय परिवार के लिए अपूरणीय क्षति है।”
कक्षा के साथी बच्चों से लेकर शिक्षक तक सदमे में हैं।
कल तक खेलने-कूदने वाले बच्चे आज इस दुनिया में नहीं रहे—इस बात ने हर किसी को झकझोर दिया है।
स्थानीय समस्या फिर उजागर—स्पीड ब्रेकर, CCTV और पेट्रोलिंग की मांग
अटल चौक में
• स्पीड ब्रेकर की कमी
• ट्रैफिक पेट्रोलिंग की लापरवाही
• CCTV की अनुपस्थिति
का मुद्दा लंबे समय से ग्रामीण उठाते आ रहे हैं।
आज की घटना ने एक बार फिर प्रशासन की संवेदनहीनता को कटघरे में खड़ा कर दिया है।
लोगों की मांग—
✔ तुरंत स्पीड ब्रेकर बनाया जाए
✔ स्कूल समय में ट्रैफिक पुलिस की तैनाती
✔ स्पीड गन से निगरानी
✔ सड़क सुरक्षा अभियान चलाया जाए
दो परिवारों का उजड़ना—सन्नाटे में डूबा गांव
दोनों परिवारों की चीख–पुकार से गांव का माहौल गमगीन है।
पूरे गांव में सन्नाटा पसरा है।
लोग कह रहे हैं—
“तेज रफ्तार ने दो फूल तोड़ दिए…”
तेज रफ्तार का कहर—कब लगेगी लगाम?
यह कोई पहली घटना नहीं।
सरिया–सारंगढ़ रोड पर लगातार तेज रफ्तार वाहन हादसों का कारण बन रहे हैं।
प्रशासन और ट्रैफिक विभाग की लापरवाही इस बार दो मासूम जिंदगियाँ ले गई।
पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और आरोपी चालक की गिरफ्तारी की कोशिशें जारी हैं।
लेकिन सवाल यह है—क्या दो मासूमों की मौत के बाद व्यवस्था सुधरेगी?
सरिया आज शोक और आक्रोश से डूबा हुआ है।
समाचार सहयोगी सिकंदर चौहान की रिपोर्ट