जशपुर में फर्जी RTI नेटवर्क का पर्दाफाश: पंचायतों से वसूली की कोशिश में युवक गिरफ्तार, पुलिस की सख्त कार्रवाई

फ्रीलांस एडिटर अमरदीप चौहान/अमरखबर.कॉम जशपुर। सूचना का अधिकार (RTI)—जो आम नागरिकों को शासन में पारदर्शिता का हथियार देता है—उसी को दुरुपयोग कर वसूली का माध्यम बनाने की कोशिश में लगे एक युवक को जशपुर पुलिस ने रंगे हाथों पकड़ लिया है। दुलदुला जनपद क्षेत्र में पंचायत सचिवों से “RTI के नाम पर वसूली” का मामला सामने आते ही पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की और आरोपी को न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है।
एक जैसे विस्तृत आवेदन भेजकर बनाया दबाव
आरोपी तरुण भारद्वाज (22), निवासी ग्राम अंडा (जिला शक्ति) ने दुलदुला जनपद की लगभग 30 ग्राम पंचायतों में एक जैसे, अत्यधिक विस्तृत और तकनीकी RTI आवेदन भेजे। इनमें उन दस्तावेजों की मांग की गई थी जो न तो आसानी से उपलब्ध होते हैं और न ही RTI के दायरे में सीधे आते हैं।
पंचायत सचिवों ने नियमों के अनुरूप अनुपलब्ध जानकारी के संबंध में उत्तर भेज दिया। इसी के बाद शुरू हुआ असली खेल।
“जानकारी चाहिए या व्यवस्था?” — फोन कॉल ने खोल दी मंशा
18 नवंबर को ग्राम पंचायत कस्तूरा–जामपानी की सचिव देवकी यादव को आरोपी का फोन आया। कॉलर ने स्वयं को तरुण बताते हुए साफ पूछा—
“जानकारी दोगे या कुछ व्यवस्था करोगे?”
जब सचिव ने “व्यवस्था” का अर्थ पूछा, तो युवक ने धमकी भरे अंदाज़ में कहा—
“प्रति सचिव 3000 रुपये दे दो, नहीं तो ऐसी जानकारी निकालूँगा कि सबकी नौकरी चली जाएगी।”
सचिव ने समझदारी दिखाते हुए पूरी बातचीत रिकॉर्ड कर ली।
90,000 रुपये की मांग—दो सचिवों से 500–500 रुपये भी वसूले
आरोपी जब प्रथम अपील की सुनवाई के लिए जनपद कार्यालय पहुँचा, तब भी उसने 30 सचिवों से 90,000 रुपये की मांग दोहराई।
डर के कारण दो सचिवों ने उसके द्वारा दिए खाते में 500–500 रुपये भेज भी दिए।
जनपद कार्यालय से ही गिरफ्तारी, BNS की धारा 308(2) के तहत मामला दर्ज
शिकायत के बाद थाना दुलदुला में BNS धारा 308(2) — जबरन वसूली के प्रयास के तहत अपराध दर्ज किया गया।
इसके बाद पुलिस ने बिना देरी किए आरोपी को जनपद पंचायत दुलदुला परिसर में ही गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि “RTI से डर पैदा कर पैसे निकलवाना आसान बताया गया था” और यह उसका “पहला प्रयोग” था।
पुलिस ने मोबाइल फोन जब्त कर अन्य संभावित मामलों की जांच भी शुरू कर दी है।
SSP का स्पष्ट संदेश — “RTI के नाम पर डर फैलाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा”
जशपुर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह ने कहा—
RTI का दुरुपयोग कर वसूली करना गंभीर अपराध है
ऐसे मामलों में पुलिस की नीति बिल्कुल सख्त है
आरोपी के अन्य नेटवर्क की भी जांच की जाएगी
इस कार्रवाई में थाना प्रभारी कृष्ण कुमार साहू और उनकी टीम मोहन बंजारे, अलेक्सियूस और आनंद खलखो की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
RTI की मर्यादा की रक्षा का मामला
RTI ने देश में बड़े-बड़े भ्रष्टाचार उजागर किए हैं। लेकिन इसी कानून का भय दिखाकर वसूली करने की कोशिश—
ईमानदार RTI कार्यकर्ताओं की छवि धूमिल करती है
पंचायत से लेकर विभागीय स्तर तक विश्वास कमजोर करती है
पारदर्शिता के पूरे ढांचे को नुकसान पहुँचाती है
ऐसे में दुलदुला की कार्रवाई सिर्फ एक युवक की गिरफ्तारी नहीं—यह RTI कानून की गरिमा की रक्षा का कदम है।
RTI कार्यकर्ता की पहल—पूरे मामले का सच सामने लाने की कोशिश
घटना के बाद एक स्थानीय RTI कार्यकर्ता ने कहा—
> “आज SP साहब से चर्चा में यह स्पष्ट हुआ कि वर्षों से कुछ कथित RTI कार्यकर्ता पंचायतों में भारी वसूली कर रहे थे। इस पूरे खेल का पर्दाफाश करने के लिए मैं जनपद CEO के समक्ष विस्तृत RTI आवेदन दाखिल कर रहा हूँ। मेरी अपेक्षा है कि सभी पंचायतों का पूरा रिकॉर्ड पारदर्शिता से उपलब्ध कराया जाएगा।”

समाचार सहयोगी ऋषि मिश्रा की रिपोर्ट