“मॉडल अस्पताल बनाओ… वरना कार्रवाई के लिए तैयार रहो” — घरघोड़ा CHC में प्रभारी सचिव की बिजली-सी छापामार जांच, खामियों पर मचा हड़कंप

फ्रीलांस एडिटर अमरदीप चौहान/अमरखबर.कॉम घरघोड़ा। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की “बेहतर और सुलभ स्वास्थ्य सेवाओं” की नीति जमीन पर कैसी दिख रही है— इसकी नब्ज परखने को आज प्रभारी सचिव रजत कुमार बिना किसी पूर्व सूचना के सीधे घरघोड़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंच गए। अस्पताल में उनके कदम रखते ही खामियों की परतें खुलनी शुरू हुईं और प्रशासनिक अमले में हड़कंप मच गया।
कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी के साथ पहुंचे प्रभारी सचिव ने अस्पताल के उस हर हिस्से में निरीक्षण किया जहां आम तौर पर अधिकारी झांकने से भी कतराते हैं—
पैथोलॉजी लैब
लेबर रूम
टी.बी. और सिकल सेल टेस्टिंग यूनिट
दवा भंडार
एंबुलेंस
पुरुष और महिला वार्ड
यहां तक कि ड्यूटी चार्ट तक
निरीक्षण के दौरान साफ दिखा कि कई विभाग वर्षों से ‘सिस्टम के भरोसे’ चल रहे थे।
सचिव का कड़ा संदेश: “अस्पताल अब ढर्रे पर नहीं चलेगा”
निरीक्षण में सामने आई कई खामियों पर प्रभारी सचिव ने बेहद सख्त लहजे में कहा—
“या तो इस अस्पताल को मॉडल CHC की तरह ढालो… वरना कार्रवाई के लिए तैयार रहो।”
अस्पताल में समय पर सेवाएं उपलब्ध न होने और गुणवत्ता में कमी पर उन्होंने स्पष्ट नाराजगी जताई। पैथोलॉजी टेस्ट, डायबिटीज-हाइपरटेंशन जांच और अन्य स्क्रीनिंग सेवाओं को समयबद्ध, सटीक और 100% उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।
स्वच्छता, दवाइयों की उपलब्धता और एंबुलेंस सेवा पर तीखे सवाल
निरीक्षण के दौरान वार्डों की स्वच्छता, बेड की स्थिति, दवाइयों के स्टॉक और टेलीमेडिसिन सेवाओं की स्थिति पर प्रभारी सचिव ने कई सवाल उठाए।
उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अस्पताल में दवाइयों की कमी या सेवाओं की लापरवाही को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
दवा पोर्टल, स्टोर मैनेजमेंट और इमरजेंसी यूनिट—सबकी बारीकी से पूछताछ
सचिव ने तकनीकी खामियों की आड़ में लापरवाही छिपाने की कोशिश पर कड़ा एतराज जताया। दवा पोर्टल एंट्री, स्टोर प्रबंधन, और इमरजेंसी यूनिट की तैयारियों का उन्होंने बारीकी से परीक्षण किया और अधिकारियों को दो-टूक चेतावनी दी—
“दस्तावेज़ों में हेरफेर मिले या पोर्टल अपडेट गड़बड़ पाया गया तो सीधी कार्रवाई की जाएगी।”
अधिकारियों को अल्टीमेटम: “नियमित समीक्षा करो, विशेषज्ञ डॉक्टर सुनिश्चित करो”
प्रभारी सचिव ने एसडीएम घरघोड़ा दुर्गा प्रसाद अधिकारी, सीएमएचओ, बीएमओ और पूरे स्वास्थ्य अमले को निर्देश दिया कि—
हर सुविधा की नियमित समीक्षा हो
विशेषज्ञ डॉक्टरों की निरंतर उपलब्धता सुनिश्चित की जाए
हर संसाधन का 100% उपयोग हो
और यह सब फाइलों में नहीं, जमीन पर दिखाई देना चाहिए
अस्पताल प्रबंधन को अल्टीमेटम देते हुए उन्होंने साफ कहा कि आने वाले दिनों में यदि सुधार नहीं दिखे तो कड़ी कार्रवाई तय है।
निरीक्षण के दौरान अपर कलेक्टर अपूर्व प्रियेश टोप्पो, एसडीएम दुर्गा प्रसाद अधिकारी, सीएमएचओ डॉ. अनिल जगत, डीपीएम, बीएमओ सहित स्वास्थ्य अमला मौजूद रहा।
घरघोड़ा CHC में प्रभारी सचिव की इस सख्त कार्रवाई ने साफ संदेश दे दिया है—
अब स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार वैकल्पिक नहीं, बल्कि अनिवार्य है।
और जो विभाग इसे हल्के में लेगा, वह कार्रवाई के दायरे में आएगा।
समाचार सहयोगी केशव चौहान की रिपोर्ट